राजस्थान सरकार ने कागजों में उस गांव को बताया कैशलेस जहां इंटरनेट की कनेक्टिविटी तक नहीं

राजस्थान: इस बात से तो आज पूरा देश वाकिफ है कि केंद्र सरकार द्वारा 8 नवम्बर को देश में की गई नोटबंदी के बाद लोग कितनी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। देश के विभिन्न राज्यों में नोटबंदी के कारण सैंकड़ों लोग मर चुके हैं। इसी बीच पीएम मोदी ने देश को कैशलेस बनाने की मुहीम चलाई है। जिसके चलते राज्य सरकारों में अपने शहरों,गाँवों को कैशलेस घोषित करने की होड़ लगी हुई है। जिसके चलते कुछ राज्य झूठ बोलने पर उतर आये हैं की उनका गांव या शहर कैशलेस हो चुका है।

इसी कड़ी में राजस्थान सरकार ने राज्य केएक ऐसे गांव को कैशलेस एलान कर दिया जहां पर इंटरनेट की कनेक्टिविटी तक नहीं है। अजमेर के एक गाँव को पूरी तरह से कैशलेस कहा जा रहा है लेकिन इसके पीछे की सच्चाई कुछ और ही है। कागजों में तो कहा जा रहा है गांव में पांच पीओएस मशीन लगाई गई हैं और सभी स्मार्ट फोन्स में बैंकों के ऐप डाल दिए गए हैं।

लेकिन असल में तो गांव को मिली POS मशीनें भी काम नहीं कर रही हैं और यहां तक की इस गाँव में इंटरनेट की सुविधा ही नहीं है। गाँव वालों को अब भी पैसे निकलवाने के लिए ३ किलोमीटर दूर शहर में जाना पड़ता है। आपको बता दें की सरकार ने इस गाँव में कई जगहों पर गांव के कैशलेस होने के बड़े-बड़े पोस्टर लगे हुए हैं।