देवरिया, 04 मार्च: उत्तर प्रदेश के वज़ीर ए आला अखिलेश यादव पीर के दिन देवरिया में शहीद डीएसपी जिया उल हक के घर वालों से मुलाकात करने पहुंचे।
घर वालों से मिलने पहुंचे सीएम ने भरोसा दिलाया है कि वे इस कत्ल में सीबीआई जांच की सिफारिश करेंगे।
उन्होंने कहा कि अगर मामले में राजा भैया गुनाहगार साबित हुए तो गिरफ्तार होंगे।
यहां सीएम को मुखालिफत का सामना भी करना पड़ा। अखिलेश ने गुस्साई आवाम और मुतास्सिरा खानदान को सीबीआई जांच का भरासो दिया। इसके फौरी बाद यूपी हुकुमत ने सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी।
सीएम ने डीएसपी के घर वालों को 50 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है। साथ ही खानदान के एक मेम्बर को सरकारी नौकरी देने का वादा किया है।
मालूम हो कि हक के लवाहक़ीन राजा भैया की गिरफ्तारी और उनके कत्ल की सीबीआई जांच की मांग को लेकर धरने पर बैठ हुए हैं।
हक की बीवी परवीन आजाद का कहना है कि उनके शहर का कत्ल किया गया है। उनका कहना है कि एक साजिश के तहत उन्हें गोलियां मारी गई थीं।
परवीन ने धमकी दी थी कि अगर वज़ीर ए अला अखिलेश यादव उन्हें खुद आकर मांगे माने जाने का यकीन नहीं देते तो वे खुदकुशी कर लेंगी।
डीएसपी के घरवालो का कहना है कि जब तक राजा भैया को गिरफ्तार नहीं किया जाता वे आखिरी रसूमात यानी तदफीन नहीं करेंगे।
यूपी के आईजी लॉ एंड ऑर्डर राजकुमार विश्वकर्मा के मुताबिक रियासती हुकूमत ने इस मामले में डीएसपी के गनर समेत तीन पुलिस कर्मियों को संस्पेंड कर दिया है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने रियासती हुकूमत को बर्खास्त कर यहां राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।
हफ्ते की रात प्रतापगढ़ जिले के बलीपुर गांव में मारे गए डीएसपी जिया उल हक की लाश पीर के दिन देवरिया जिले के उनके गांव नुनखार जुआफर पहुंचा। यहां उनकी आखिरी रसुमात होनी था।
हालांकि, खानदान वालो ने नाश दफनाने से मना कर दिया है। वे धरने पर बैठ गए हैं और मांग कर रहे हैं कि रियासती हुकूमत इस मामले में सीबीआई जांच का हुक्म दे और राजा भैया को फरन गिरफ्तार करे।
वहीं जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी भी आज शहीद डीएसपी जिया उल हक के देवरिया जिले के आबाई (Paternal) गांव नूनखार पहुंच रहे हैं।