राजा भैया पर कसेगा सीबीआई का शिकंजा?

लखनऊ, 29 मार्च: कुंडा कांड में गाँव के प्रधान नन्हे के खानदान के अरकान को मुंह खोलने पर संगीन नतीजे भुगतने की धमकियों को लेकर साबिक वज़ीर रघुराज प्रताप सिंह यानी राजा भैया और उनके कारकुनो पर सीबीआई का शिकंजा कस सकता है।

अभी तक राजा भैया के बारे में सीधे तौर पर कोई इल्ज़ाम न लगा रहे इस खानदान के अरकान ने तय किया है कि वे धमकियों को लेकर बाजाब्ता अपनी शिकायत दर्ज कराएंगे। सीबीआई ज़राए के मुताबिक घर वालों ने जुमे को लिखित शिकायत देने की बात कही है।

सीबीआई वैसे तो धमकी मिलने के मामले को मुकामी पुलिस को देगी ताकि इस पर अलग मुकदमा दर्ज हो सके, लेकिन जायज़ा के दौरान सामने आए इस हकायक को वह अपनी केस डायरी में भी दर्ज करेगी।

केस डायरी में राजा भैया व उनके कारकुनों के बारे में तस्किरा चढ़ने के बाद सीबीआई जल्द ही उनसे पूछताछ भी करेगी।

सीबीआई के ज़राए बताते हैं कि गाँव के प्रधान नन्हे के घर वालों ने बताया है कि कुछ दिनों पहले एक फोन आया था जिसमें राजा भैया या उनके लोगों के खिलाफ कोई भी बयान देने पर संगीन नतीजे के भुगतने की धमकी दी गई थी।

इसके अलावा राजा भैया के एक नजदीकी शख्स की बीवी ने भी प्रधान के घर वालो की ख्वातीन से मुलाकात कर यह समझाया कि प्रधान समेत दो भाई मर चुके हैं मामले को तूल देने पर और नुकसान हो सकता है, लिहाजा मुंह बंद रखने में भलाई है।

सीबीआई ने जुमेरात को भी पूछताछ का सिलसिला जारी रखा। सीबीआई गाँव के प्रधान नन्हे की दूसरे लोगों से रंजिश के बारे में जानकारी जुटा रही है।

हालांकि, अब तक की पड़ताल में सीबीआई के सामने नन्हे, उसके भाई सुरेश और सीओ जियाउल हक के कत्ल की तस्वीर साफ हो चली है, लेकिन कुछ और सुबूतों व बयान की दरकार है। इनके हासिल होते ही सीबीआई केस के खुलासे की बाजाब्ता ऐलान कर सकती है।

सीबीआई को नन्हे के अहम कातिल कामता पाल के बेटे विजय पाल व नाती संजय पाल की तलाश है। यह दोनों अभी तक फरार चल रहे हैं और सीबीआई के सामने हाजिर नहीं हुए हैं।

सीबीआई ने उनके तलाश में कुछ दिनों पहले रियासत के बाहर दो जगहों पर दबिश भी दी थी, पर दोनों हत्थे नहीं चढ़े। जांच टीम के मेम्बरों के मुताबिक विजय पाल और संजय पाल दोनों ही नन्हे के कत्ल के वक्त मौके पर मौजूद थे और उनसे पूछताछ में कई अहम सुबूत सामने आ सकते हैं।

——————बशुक्रिया: अमर उजाला