राजा ज़मानत पर रहा, जेल के बाहर शानदार‌ इस्तिक्बाल

* 15 माह बाद रिहाई , खास‌ जज सावनी का फैसला , गवाहों और सबूतों पर असर डालने की सी बी आई की दलील रद‌
नई दिल्ली, ए राजा जो 30,000 करोड़ रुपये के 2G स्क़ाम के अहम मुल्ज़िम हैं जिन्हों ने पंद्रह महिनों से जयादा समय तक‌ ज़मानत के लिए दरख़ास्त नहि दी, आज तिहाड़ जेल से बाहर निकल आए जबकि दिल्ली की अदालत ने सी सी आई के एसे अंदेशों को रद‌ करते हुए उन्हें आज़ादी देदी कि वो सबूत के साथ छेड़छाड़ करेंगे।

49 साला पूर्व टेलीकोम मंत्री और मौजूदा एम पी को पिछ्ले गेट से बाहर लाते हुए कार के ज़रीये तेज़ी से उन के मकान पहुंचा दिया गया जबकि डी एम के वर्कर्स और उन के हामीयों ने जेल से उन की रिहाई की ख़ुशी मनाते हुए इस हाई स्कियोरटी जेल के बाहर पटाख़े जलाए।

राजा को ज़मानत खास‌ 2G अदालत ने उन की जानिब से पीछले हफ़्ते दाख़िल कि गइ दरख़ास्त पर देते हुए कहा कि इन को ओर ज्यादा समय कैद में रखने से कोई मक़सद हासिल नहीं होगा क्योंकि तमाम दूसरे 13 भागिदार मुजरीम‌ पहले ही जेल से बाहर होचुके हैं।

इस केस की कारवाइ की रोशनी में कैद कि मुद्दत‌ को सामने रखते हुए अदालत ने कहा कि इस की राय है कि राजा को ओर कैद में रखने से कोई मक़सद हासिल होने वाला नहीं है। राजा की बीवी एम ए परमेश्वरी जो अदालत में खास‌ सी बी आई जज ओ पी सावनी की तरफ‌ से हुक‌म जारी करते वक़्त मौजूद थीं, उन्हें सुकून हासिल हुआ है जैसा कि उन्हों ने बाद में अदालत से बाहर अख़बारी नुमाइंदों को बताया कि फ़ैमिली खुश‌ है और सब एक‌ होंगे। कोई धूम धाम नहीं होगी। फीर भी मोती लाल नहरू मार्ग तक जहां राजा रहते है, तमाम रास्ते ख़ुशी का माहौल देखने में आया, राजा के हामीयों ने पटाख़े जलाए, मिठाईयां तक़सीम कि, ढोल बाजे बजाये और गीत गाये जबकि पुर्व टेलीकोम मंत्री, डी एम के पार्लीमेंट्री पार्टी लीडर टी आर बालू के साथ लगभग‌ 7-40 बजे रात अपने मकान‌ पहुंचे, जिस से कुछ ही देर पहले राजा जेल से बाहर आए थे।

राजा की ज़मानत की ख़बर जैसे ही फेली अदालत के बाहर जश्न शुरू होगया जहां पूर्व टेलीकोम‌ मंत्री के बड़ी तादाद में हामियों और बाज़ पार्टी एम पीज‌ ने जमा होकर उन की ताईद में नारे लगाए और लोगों में मिठाईयां तक़सीम कीं।

राजा की हिमायत में चेन्नाई और उन के पैदाइशी मुक़ाम परमबलोर से भी बहुत सारे लोग आए थे जिन्हों ने अपने क़ाइद से मुलाक़ात की । अपने 14 सफ़हात के आदेश पत्र में जज ने राजा पर कई शर्तें लगाइ हैं जिन में इन के पैदाइशी राजय टामिलनाडू या टेलीकोम मंत्रालय‌ (डी ओ टी ) को उन के दौरे पर पाबंदी शामिल है ।

टेलीकोम मंत्रालय‌ की उन्हों ने 3 साल से जयादा मंत्री की हैसियत से सदारत की थी । वो 2G स्क़ाम के जाहिर होने कि वजह से नवंबर 2010 में मंत्री की हैसियत से मुस्ताफ़ी होगए थे जबकि सुप्रीम कोर्ट ने इस स्क़ाम की खोज‌ के लिए सख़्त हिदायात जारी किए थे ।