राजिया की बरतरफ़ी से टी आर एस क़ाइदीन हैरान

पिछ्ले साल नवंबर में तेलंगाना के अरकाने असेंबली के साथ एक ख़ुसूसी मीटिंग में के सी आर ने इंतिबाह देते हुए कहा था कि बदउनवानीयों में शामिल अरकाने असेंबली अपने तर्ज़ अमल में बदलाव‌ नहीं लाएंगेगे तो चाहे वो कोई भी हो, क़सूर साबित होने पर उनके ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाएगी और जेल भी भेज दिए जाऐंगे।

इस के लिए में एक मिनट की भी ताख़ीर नहीं करूंगा, ना सोच बिचार करूंगा, लेकिन ये किसी क़ाइद के ख़ाब-ओ-ख़्याल में नहीं था कि के सी आर एस तरहा अपने इस इरादे पर अमल करेंगे।

डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर की बरतरफ़ी से एसे सभी क़ाइदीन को इस मौसिम-ए-सर्मा में भी पसीना छूट रहा है। ज़िला में काम कर रहे अरकाने असेंबली के तर्ज़ अमल के ताल्लुक़ से इंटलीजनस के ज़रीया उनकी रिपोर्ट मंगवा लिए हैं। कहा जा रहा हैके महिकमा पुलिस में तबादलों में दख़ल अंदाज़ी करते हुए काफ़ी रिश्वत हासिल करने के इल्ज़ामात पर इन मुतज़क्किरा अरकाने असेंबली को तलब करके सरज़निश की थी।

मालूम हुआ हैके इंतेज़ामीया की सहूलतों के पेशे नज़र तबादले आम तरीका-ए-कार से हुकूमत के काम काज में किसी किस्म की रुकावट ना हो, बल्कि आसानी हो, इस लिए तबादले किए जाते हैं, लेकिन अरकाने असेंबली इस सिलसिले में सिफ़ारिश करते हुए अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं।

उस की ख़बर मिलने पर के सी आर ने संजीदगी से ग़ौर करते हुए कहा था कि अवाम ने हमेशा तेलंगाना की तरक़्क़ी और अवामी ज़िंदगीयों में ख़ुशहाली के लिए वोट दिया था, लेकिन तुम्हें अपनी ज़िंदगी बेहतर बनाने और अपनी जेब भरने के लिए नहीं। उन्होंने इंतिबाह दिया कि अवाम की परेशानीयों, मसाइल की तरफ़ तवज्जा ना देने वाले ओहदादार हूँ कि क़ाइदीन, किसी को बख्शा नहीं जाएगा।

रियासती वज़ीर हरीश राव के क़रीबी साथी राजिया को इंतेहाई स्रात के साथ फ़ैसला करते हुए सफ़ाई की मोहलत दिए बगै़र बरतरफ़ करदिए जाने से हरीश राव‌ के क़रीबी अफ़राद में परेशानी-ओ-बेचैनी फैल गई है।

डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर के ओहदे से लम्हा आख़िर तक हरीश राव‌ की कोशिश-ओ-सिफ़ारिश को नजरअंदाज़ करते हुए ओहदा विज़ारत से निकाल बाहर करदेना अब किसी को हज़म नहीं हो रहा है। अब तक जो ये समझ रहे थे कि हम हरीश राव‌ के साथी हैं, हमारा कोई क्या बिगाड़ लेगा, ये ख़्याल पानी का बुलबुला साबित हुआ। पंचायत राज वज़ीर के टी आर के राजिया के आबाई ज़िला वरंगल के दौरा करने के अंदरून 24 घंटे इस तरह के सख़्त इक़दामात से टी आर एस क़ाइदीन में काफ़ी बेचैनी पैदा होचुकी है और मुख़्तलिफ़ किस्म के सवालात उठ हैं।