क़ौम (राष्ट्र) ने आज साबिक़ वज़ीर-ए-आज़म राजीव गांधी (पूर्व प्रधान मंत्री) को ख़िराज-ए-अक़ीदत (श्रद्वांजली) पेश किया जिनका आज ही के दिन 21 साल क़ब्ल ( पहले) एक बम धमाके में क़त्ल कर दिया गया था। सदर प्रतिभा पाटिल, वज़ीर ए आज़म (प्रधान मत्री) मनमोहन सिंह और मक़्तूल (मरे हुए) क़ाइद ( लीडर/नेता) की बेवा कांग्रेस सरबराह ( व्यवस्थापक) सोनीया गांधी ने आँजहानी क़ाइद की यहां समाधि वीर भूमी पर ख़िराज-ए-अक़ीदत (श्रधांजलि) पेश किया।
राहुल और प्रियंका ने भी उनके वालिद ( पिता/बाप) की यादगार पर गुलहाए अक़ीदत पेश किया जिन का 21 मई 1991 को सिरी प्रेम बुदूर तमिलनाडू मैं इंतेख़ाबी मुहिम ( चुनावी अभियान) के दौरान क़त्ल कर दिया गया था। नायब सदर हामिद अंसारी, दिल्ली लेफ्टीनेंट गवर्नर तेजिंदर खन्ना, दिल्ली चीफ़ मिनिस्टर शीला दीक्षित, मर्कज़ी वज़ीर-ए-पार्लीमानी उमोर पी के बंसल और वज़ीर शहरी तर कुयात ने भी राजीव गांधी को ख़िराज-ए-अक़ीदत (श्रद्वांजलि) पेश किया।
प्रियंका गांधी के शौहर राबर्ट वडेरा भी इस मौक़ा पर मौजूद थे। इस मौक़ा पर स्कूली तलबा ( छात्रों) ने आँजहानी क़ाइद की यादगार पर क़ौमी पर्चम ( राष्ट्रीय झंडे) लहराए। आँजहानी क़ाइद की तक़रीर ( सभा) को इस प्रोग्राम के दौरान पेश किया गया। दरीं असना मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला पी चिदम़्बरम ने आज वज़ारत-ए-दाख़िला के ओहदेदारों और स्टाफ़ को यौम इन्सेदाद-ए-दहशतगर्दी ( ( दहशतगर्दी को रोकना) के तौर पर हलफ़ दिलाया।
इस यौम ( आजाद) को दहश्तगर्दी के ख़तरे तशद्दुद ( ज़ुल्म/अत्याचार) और इसके अवाम ( जनता) पर असरात मुआशरा( नागरिकता) पर ख़तरात के ताल्लुक़ ( संबंध) से वाक़फ़ीयत के तौर पर मनाया जाता है।