राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के लिए हमारे विधायकों को बीजेपी ने 15-15 करोड़ रुपये का लालच देकर खरीदने की कोशिश की- कांग्रेस

बेंगलुरु। कांग्रेस ने रविवार को यहां गुजरात के अपने विधायकों की मीडिया के समक्ष परेड कराई। पार्टी के इस कदम का उद्देश्य पार्टी में कलह की अटकलों पर विराम लगाना था। इन विधायकों को यहां नजदीक के एक रिसॉर्ट में ठहराया गया है।

गुजरात के 44 विधायकों के साथ बैठे कांग्रेस प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल ने पत्रकारों के समक्ष दावा किया कि प्रदेश में राज्यसभा के लिए आठ अगस्त को होने वाले चुनावों में क्रॉस वोटिंग के लिए भाजपा ने 15-15 करोड़ रुपए का लालच देकर उसके 22 विधायकों को खरीदने का प्रयास किया।

उन्होंने कहा, ‘हमारे विधायक यहां मजे करने के लिए नहीं आए हैं। हम लोकतंत्र को बचाने के लिए उन्हें यहां लाए हैं। भाजपा उन्हें धन और ताकत के बल पर अपने पाले में करने की कोशिश कर रही थी।’

गुजरात में कांग्रेस के 57 विधायक थे, लेकिन पिछले दो दिनों में छह विधायक पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं। इनमें से तीन 28 जुलाई को भाजपा में शामिल हो गए। उनके अलावा सात अन्य विधायक भी बेंगलुरु के नजदीक रिसॉर्ट में ठहराए गए विधायकों के समूह का हिस्सा नहीं हैं।

गोहिल ने उम्मीद जताई कि वे अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनेंगे और कांग्रेस के खिलाफ मतदान नहीं करेंगे। उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि वे कांग्रेस के टिकट पर ही चुने गए थे। उन्होंने कहा कि वह सातों विधायकों के साथ संपर्क में हैं।

उनके अलावा राकांपा जैसे अन्य दलों के विधायक भी कांग्रेस के लिए मतदान करेंगे। गोहिल ने कुल 60 विधायकों के समर्थन का दावा किया।

गोहिल ने कहा कि पार्टी नेता अहमद पटेल के आग्रह पर कांग्रेस विधायकों ने 25 जुलाई को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया था। उन्होंने कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाने के लिए भाजपा पर सीबीआई के इस्तेमाल का भी आरोप लगाया।

मालूम हो कि कांग्रेस ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल को गुजरात से राज्यसभा के लिए फिर नामांकित किया है। लेकिन, पार्टी के ताजा घटनाक्रम से उनके उच्च सदन पहुंचने की संभावना पर आशंका के बादल मंडराने लगे हैं।