झारखंड में राज्यसभा की एक सीट के लिए होने वाले जिमनी इंतिख़ाब के लिए वोटिंग के आसार बन गये हैं। भाजपा उम्मीदवार और जाने-माने सहाफ़ि – मुसनिफ एमजे अकबर के सामने झामुमो ने साबिक़ वज़ीर हाजी हुसैन अंसारी को मैदान में उतार दिया है।
पीर को नॉमिनेशन के आखिरी दिन एमजे अकबर और हाजी हुसैन ने विधानसभा में परचा भरा। वजीरे आला समेत 30 एमएलए ने एमजे अकबर के नाम की तजवीज उम्मीदवार के तौर में किया है। भाजपा उम्मीदवार एमजे अकबर ने तीन अलग-अलग सेट में नॉमिनेशन दाखिल किया। वहीं झामुमो के 10 एमएलए ने हाजी हुसैन का तजवीज उम्मीदवार के तौर में किया। कांग्रेस और झाविमो के किसी एमएलए ने हाजी हुसैन के नाम की तजवीज नहीं किया। हाजी ने दो सेट में नॉमिनेशन का परचा भरा।
23 जून को नॉमिनेशन फॉर्म की स्क्रूटनी होगी और 25 जून को नाम वापस लिये जा सकते हैं। दो जुलाई को एमएलए राज्यसभा के एक सीट के लिए वोट डालेंगे।
पीर को दारुल हुकूमत में दिन भर राज्यसभा इंतिख़ाब को लेकर सियासी हलचल रही। इक्तिदार हक़ के एमएलए की सुबह 10 बजे भाजपा दफ्तर में बैठक हुई। इसमें भाजपा के 28 एमएलए पहुंचे थे। बैठक में साबिक़ वजीरे आला अर्जुन मुंडा, आजसू सदर सुदेश कुमार महतो समेत इक्तिदार हक़ के कई लीडर शामिल हुए।
झामुमो उम्मीदवार हाजी हुसैन अंसारी ने कहा है कि भाजपा के उम्मीदवार का कोई अता-पता नहीं है। वह सिर्फ नाम से एमजे अकबर हैं। बाकी पता करने वाली चीज है। भाजपा शुरू से ही बाहरी का खेल करती रही है। बाहर के लोगों को उम्मीदवार बनाया है। वह मुक़ामी हैं।