राज्य की ताज़ा सयासी सूरत-हाल तशवीशनाक(गंभीर),दिल्ली में सरगर्मियां(गतिविधि/हलचल) तेज़

गवर्नर की रिपोर्ट को ग़ैरमामूली अहमियत , कांग्रेस हाईकमान की मुख़्तलिफ़(विभिन्न/अलग‌ ) क़ाइदीन से तफ़सीली मुलाक़ात

दिल्ली में कांग्रेस की सरगर्मीयां शिद्दत इख़तियार करचुकी हैं और गवर्नर आंधरा प्रदेश की रिपोर्ट को एहमीयत दी जा रही है। रियासत में कांग्रेस की तशवीशनाक सूरतहाल अगर बरक़रार रही तो 2014 में मुश्किलात की इत्तिलाआत मौसूल हो रही हैं।आंधरा प्रदेश के मामले में कांग्रेस हाईकमान की संजीदगी(गंभीरता) का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि पार्टी सदर मिसिज़ सोनीया गांधी और राहुल गांधी रियास्ती क़ाइदीन को दिल्ली तलब करके मुलाक़ात कर रहे हैं, जिस के सबब कांग्रेस क़ाइदीन में हैरत के साथ साथ तशवीश भी पाई जा रही है।

कांग्रेस क़ाइदीन का कहना है कि मुलाक़ात का वक़्त तलब करने पर कभी महीनों इंतिज़ार करना पड़ता था, मगर उस वक़्त सोनीया गांधी, राहुल गांधी, मर्कज़ी वज़ीर(केंद्र मंत्री) चिदम़्बरम, के अनटोनी, अहमद पटेल और परनब मुकर्जी वग़ैरा रियास्ती क़ाइदीन को अपनी अपनी तजावीज़(विचार) पेश करने का मौक़ा फ़राहम(प्रदान) कर रहे हैं। अलावा अज़ीं ग़ुलाम नबी आज़ाद और वीलार रवी भी रियास्ती क़ाइदीन से मुलाक़ात कर रहे हैं। पार्टी हाईकमान को रियासत में चीफ़ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी और सदर प्रदेश कांग्रेस कमेटी बी सत्य नारय‌ना की ताईद-ओ-मुख़ालिफ़त(विरोध) में रिपोर्टस मिलने के अलावा तारीफ़ और शिकायात की भी याददाश्त वसूल हो रही हैं, मगर इन में सब से अहम(महत्वपूर्ण) रिपोर्ट गवर्नर आंधरा प्रदेश ई ऐस ईल नरसिम्हन की है, जिस को हाईकमान और मर्कज़ी हुकूमत(केंद्र हुकुमत‌) ज़्यादा एहमीयत(महत्व) दे रही है, जब कि गवर्नर ने रियासत से मुताल्लिक़ रिपोर्ट फ़राहम करने की तरदीद की है।

बावसूक़ ज़राए से पता चला है कि उन्हों ने सोनीया गांधी और वज़ीर-ए-आज़म(राष्ट्रपति) के अलावा मर्कज़ी वुज़रा(केंद्र मंत्री)चिदम़्बरम और अनटोनी से मुलाक़ात करते हुए रियासत में हुक्मराँ कांग्रेस की सूरत-ए-हाल, कमज़ोर मौक़िफ़, रियास्ती क़ाइदीन में इत्तिहाद के फ़ुक़दान और हुकूमत की असकीमात की तशहीर और अमल आवरी मैं तवक़्क़ो के ख़िलाफ़ काम होने की शिकायत की है। जगन के ख़तरा और तेलंगाना की एहमीयत से भी आगाह किया है। जिस के बाद पार्टी सदर सोनीया गांधी ने मुलाक़ात करने वाले क़ाइदीन के सामने हुक्मराँ कांग्रेस के कमज़ोर मौक़िफ़ पर अपनी तशवीश ज़ाहिर की और सवालात करते हुए रियासत पर अपनी गहिरी नज़र होने का सबूत पेश किया। उन्हों ने रियास्ती क़ाइदीन से हालात पर क़ाबू पाने के लिए तजावीज़ तलब की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर ख़ुसूसी तवज्जा(ध्यान) नहीं दी गई तो हालात बेक़ाबू होसकते हैं और कांग्रेस को मुश्किलात का सामना करना पड़ सकता है।