राज्य में कोयला चोरी कराने की तैयारी

धनबाद, बोकारो, गिरिडीह और हजारीबाग में कोयला चोरी की तैयारी हो चुकी है। सरकारी नुमाइंदे और पुलिस के बड़े अफसरों से बात पक्की होने के बाद दीगर जिलों में अलग-अलग लोगों को कोयला चोरी करवाने की जिम्मेदारी दी गयी है। ज़राये के मुताबिक वर्मा सरनेम वाला एक कोयला ताज़ीर पुलिस के बड़े अफसरों को मैनेज करने में लगा हुआ है। इसके अलावा इस काम में गया का एक सख्स भी शामिल है।

वह कई साल पहले बोकारो में एक पुलिस अफसर के लिए वसूली का काम करता था। इसमें डिप्टी कमांडेंट रैंक ओहदे से वीआरएस लेकर ताज़ीर शुरू करने वाला एक अफसर भी शामिल है। गया रिहायसी उस सख्स ने काम इसी सख्स को सौंपा है। वह मुसलसल रांची में रह रहा है। ज़राये की मानें, तो धनबाद जिले में कोयला चोरी की जिम्मेदारी वर्मा सरनेम वाले कोयला ताज़ीर के अलावा रियासत के सबसे बड़े कोयला कारोबारी के जिम्मे है।

हजारीबाग और रामगढ़ की फैक्टरियों के मालिक को बड़े पुलिस अफसर से मिलवाने का काम हजारीबाग के ही एक पुलिस अफसर कर रहा है। वह पहले भी वहां मुकर्रर रहा है। प्रोमोशन के बाद फिर हजारीबाग पहुंच गया है। उसे बड़े अफसरों का फज़ल हासिल है। अपने ही बैचमेट (हेड क्वार्टर में मुकर्रर) का मदद मिल रहा है। बोकारो में कोयला चोरी का काम जेल में बंद एक ताज़ीर का आदमी संतोष के जिम्मे है।