राज्य सभा में बी जे पी ने विलेन का रोल अदा किया

नई दिल्ली, ३१ दिसम्बर: ( पी टी आई) लोक पाल बिल की मंज़ूर में नाकामी पर हुकूमत ने कहा कि बी जे पी ने राज्य सभा में ख़ुद को विलेन के तौर पर पेश किया। इस पर इल्ज़ाम आइद करते हुए कि बी जे पी ने राज्य सभा कार्रवाई के दौरान रक़्स-ओ-सरूर की महफ़िल के तौर पर ब्यानात दिए लेकिन हुकूमत ने बल की मंज़ूरी में नाकामी के लिए यू पी ए हलीफ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस को ज़िम्मेदार ठहराने से गुरेज़ किया।

तृणमूल कांग्रेस ने लोक पाल बिल में कई तरमीमात लाने का मुतालिबा किया था। राज्य सभा की कार्रवाई को उजलत में ग़ैर मुअय्यना मुद्दत के लिए मुल्तवी करदेने हुकूमत पर की जाने वाली तन्क़ीदों के दरमयान मर्कज़ी वज़ीर-ए-पार्लीमानी उमूर पवन कुमार बंसल ने इन इद्दिआ जात पर कहा कि हुकूमत लोक पाल बिल को लतीफ़ों का मजमूआ बनाना चाहती थी।

उन्हों ने ज़ोर दे कर कहा कि हुकूमत इस बिल को बजट सैशन में पेश करेगी। इंसिदाद रिश्वत सतानी नगर इनकार इदारा क़ायम करने केए हुकूमत कोशां हैं। इस बिल को मुख़्तलिफ़ पार्टीयों की जानिब से पेश करदा ज़ाइद अज़ 187 तरमीमात के बाइसिकल राज्य सभा में पेश किया नहीं जा सका। उन्हों ने दावे किया कि बी जे पी ने दो गलतीयां की हैं, पहली ग़लती इस ने लोक सभा में दस्तूरी तरमीम के ख़िलाफ़ वोट दिया ताकि लोक पाल को दस्तूरी मौक़िफ़ दिया जाए।

दूसरी ग़लती इस ने ये की कि राज्य सभा में लोक पाल बिल में मुतअद्दिद तरमीमात के लिए ज़ोर दिया। बी जे पी की वजह से ही राज्य सभा में बिल को मंज़ूर नहीं किया जा सका। दरहक़ीक़त राज्य सभा में अप्पोज़ीशन लीडर अरूण जेटली बल की ना मंज़ूरी के ज़िम्मेदार हैं। अपोज़ीशन इस बल को मंज़ूर करवाना ही नहीं चाहती थी।

बंसल ने कहा कि अप्पोज़ीशन की हिक्मत-ए-अमली अना की ताईद करना और लोक पाल बल को शिकस्त देना थी। रियास्तों में लोक आयुक्तों के तक़र्रुर पर तृणमूल कांग्रेस की मुख़ालिफ़त को एहमीयत ना देते हुए उन्हों ने कहा कि हुकूमत बिल में तरमीम करचुकी है जिस को लोक सभा में मंज़ूर किया गया। इस मसला पर हलीफ़ पार्टीयों से बातचीत करने के लिए हुकूमत को वक़्त दरकार है।

कांग्रेस लीडर दिग विजए सिंह ने राज्य सभा को ग़ैर मुअय्यना मुद्दत के लिए मुल्तवी करने की मुदाफ़अत की और कहा कि ऐवान की कार्रवाई को तौसीअ देना मुम्किन नहीं था। अलैहदा मौक़ा पर बात करते हुए वज़ीर-ए-क़ानून सलमान ख़ुरशीद ने बी जे पी पर इल्ज़ाम आइद किया कि पार्टी ने राज्य सभा में लोक पाल बिल पर मुबाहिस से क़बल अपने मसाइल के ताल्लुक़ से इज़हार-ए-ख़्याल ही नहीं किया और अचानक ऐवान में बिल की मुख़ालिफ़त करने लगी।