राज ठाकरे ने दी सरकार को धमकी- नीट परीक्षा में परप्रांतीय छात्रों को नहीं बैठने देंगे

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) अध्यक्ष राज ठाकरे ने एक बार फिर मराठी राग छेड़ा है। उन्होंने महाराष्ट्र में होने वाली नीट परीक्षा में परप्रांतीय छात्रों को नहीं बैठने देने की धमकी दी है। राज ठाकरे ने कहा है कि नीट की परीक्षा में मराठी छात्रों को प्रमुखता दी जानी चाहिए। उन्होंने धमकी दी कि यदि परप्रांतीय छात्रों को परीक्षा में शामिल किया गया तो उन पर हमारी नजर रहेगी।

राज ठाकरे ने कहा कि प्रतिवर्ष नीट की परीक्षा में समस्याएं पैदा होती हैं। छात्र और अभिभावक परेशान होते हैं। इस संबंध में सरकार से चर्चा कर समस्या के निदान की कोशिश करते हैं लेकिन, यह कितने दिन तक चलेगा। राज्य का नियम है कि नीट की परीक्षा में बैठने वाले विद्यार्थी महाराष्ट्र से ही 10वीं और 12वीं की परीक्षा में उत्तीर्ण होना चाहिए और महाराष्ट्र का निवासी होना चाहिए।

कर्नाटक और तमिलनाडु में यह नियम लागू है लेकिन, महाराष्ट्र सरकार ने इसको कानूनी जामा नहीं पहनाया। इसलिए मामला कोर्ट में गया और कोर्ट ने स्टे दे दिया है। अगर, सरकार ने नियम को कानूनी जामा पहनाया होता तो यह मामला कोर्ट तक नहीं जाता।

पुलिस अधिकारी मराठियों को दे रहे हैं थर्ड डिग्री

मंत्रालय के सामने गड्ढे खोदने के आरोप में मनसे कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर राज ठाकरे आग बबूले हो गए। उन्होंने कहा कि मिश्रा-शर्मा सरनेम वाले पुलिस अधिकारी मराठी युवकों को थर्ड डिग्री दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि मनसे के कार्यकर्ता गड्ढों के खिलाफ आंदोलन करते हैं तो उन्हें जमकर पीटा जाता है। ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कोर्ट में जाएंगे। वहीं, मुख्यमंत्री फडणवीस पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा कि आज सत्ता में हों लेकिन, कल विपक्ष में बैठोगे तब यही अधिकारी तुम्हारे कार्यकर्ताओं के साथ भी यही सलूक करेंगे।