नई दिल्ली, 23 जनवरी (पी टी आई) लम्हा आख़िर के अचानक और ड्रामाई मोड़ में नितिन गडकरी जिन्हें अपनी कंपनी में मुश्तबा मालिया के हुसूल के इल्ज़ामात का सामना था, आज रात सदर बी जे पी के ओहदा के लिए मुसाबक़त से दस्तबरदार होने के लिए मजबूर कर दिए गए और राज नाथ सिंह इस ओहदा के मुत्तफ़िक़ा उम्मीदवार की हैसियत से सामने आए।
कल रात की तब्दीलियों में गडकरी ने कल मुक़र्रर राय दही में मुक़ाबला ना करने का ऐलान करते हुए बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि वो नहीं चाहते कि उन पर आइद इल्ज़ामात बी जे पी के मुफ़ादात को मुतास्सिर करें। उन्होंने कहा कि चुनांचे उन्होंने फैसला किया है कि बी जे पी की सदारत की दूसरी मीआद के लिए मुक़ाबला नहीं करेंगे।
तवक़्क़ो है कि वो आज राज नाथ सिंह का नाम बी जे पी की सदारत के लिए ख़ुद तजवीज़ करेंगे । बी जे पी पारलीमानी बोर्ड का इजलास आ 9.30 बजे सुबह मुनाक़िद किया जाएगा जो राज नाथ सिंह के नाम की ताईद करेगा और वो 11.30 बजे दिन अपना पर्चा नामज़दगी दाख़िल करेंगे ।
राज नाथ सिंह के करीबी ज़राए के बमूजब उन्होंने पार्टी के उन पर एतिमाद करने केलिए पार्टी का शुक्रिया अदा करते हुए इज़हार मुसर्रत किया है। 62 साला राज नाथ सिंह गडकरी के पेशरू हैं और 2009 तक बी जे पी के सदर रह चुके हैं। आला सतही क़ाइदीन बिशमोल सुषमा स्वराज , अरूण जेटली , वैंकया नायडू और आर एस एस के नुमाइंदा आज रात उजलत में उन्हें दुबारा सदर मुक़र्रर करने का फैसला किया।
एल के अडवानी गडकरी की दूसरी मीआद के सख़्त मुख़ालिफ़ थे और वो मुंबई के करीब गडकरी के साथ एक तक़रीब में शरीक थे। दोनों ने एक दूसरे से बात भी नहीं की जिससे दोनों के दरमियान कशीदगी ज़ाहिर होती थी। गडकरी के इलावा सिर्फ़ राज नाथ सिंह ही आर एस एस के करीबी आदमी समझे जाते हैं।
चुनांचे उन्हें आर एस एस की ताईद हासिल हो गई। हालाँकि आर एस एस गडकरी की उम्मीदवारी की भरपूर ताईद कर रहा था लेकिन पार्टी में उनके बारे में शकूक-ओ-शुबहात पाए जाते थे। सीनीयर क़ाइद यशवंत सिन्हा ने आज शाम फैसला किया था कि वो गडकरी के ख़िलाफ़ मुक़ाबला करेंगे।
उनके इस इक़दाम से आर एस एस गडकरी को सबकदोश करने पर मजबूर हो गया। गडकरी ने कहा कि वो अब किसी भी किस्म की तहकीकात का सामना करने तैयार हैं और पार्टी को इत्तिला दे चुके हैं कि बेक़सूर साबित होने तक वो दुबारा सदर बी जे पी के ओहदा पर फ़ाइज़ होने की ख़ाहिश नहीं करेंगे।