राज नाथ सिंह बी जे पी के सदर मुंतख़ब

नई दिल्ली,24 जनवरी: बी जे पी के अंदर क़ियादत के तनाज़ा ने ड्रामाई मोड़ इख़तियार करलिया तो राज नाथ सिंह को सदर की हैसियत से मुत्तफ़िक़ा तौर पर मुंतख़ब करलिया गया है, लेकिन उन्हें दाख़िली नाराज़गियों और इंतिशार से निमटने के लिए चैलेंज्स का सामना करना पड़ेगा। उन के पेशरू नतन गडकरी की जानिब से मालीयाती बे क़ाईदगियों के इल्ज़ामात से होने वाले नुक़्सानात को दूर करने की कोशिश करते हुए बी जे पी ने राज नाथ सिंह को सदर बनाया है।

61 साला साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर उत्तरप्रदेश ने 2009 के चुनाव मे शिकस्त के बाइस पार्टी से इस्तीफ़ा दिया था लेकिन आज उन के इंतिख़ाब के लिए सिर्फ़ एक घंटे में फ़ैसला करलिया गया। इस चुनाव अमल के दौरान नतिन गडकरी का तनाज़ा ही छाया रहा क्योंकि उन पर इल्ज़ाम है कि वो महाराष्ट्रा में आबपाशी अस्क़ाम में मुलव्विस हैं, इस के अलावा उन की पूर्ति ग्रुप में गै़रक़ानूनी सरमाया कारी की गई है। राज नाथ सिंह को जिन हालात में सदर मुंतख़ब किया गया है, इस के लिए पार्टी सीनीयर लीडर ईल के अडवानी की कोशिश भी शामिल है।

उन्होंने कहा कि नए सदर की सब से बड़ी ज़िम्मेदारी है कि वो पार्टी के किसी भी लीडर की तरफ से ग़ैर अख़लाक़ी रवैय्या पर कोई समझौता ना करें। अडवानी ने गडकरी की मुख़ालिफ़त की थी, जबकि आर एस उसने उन की भरपूर हिमायत की है। अडवानी ने कहा कि हमें अब ये साबित करना होगा कि ये पार्टी इख़तेलाफ़ात से पाक है और हमारे मुख़ालिफ़ीन को भी ये बताना है कि हमारे दरमियान कोई इख़तेलाफ़ात नहीं हैं।

राज नाथ सिंह ने आज अपना पर्चा नामज़दगी दाख़िल किया जिस के फ़ौरी बाद उन्हें बिलामुक़ाबिला मुंतख़ब क़रार दिया गया। उन्होंने कहा कि पार्टी को गडकरी की दूसरी मीयाद के इंतिख़ाब के लिए कोई पस-ओ-पेश नहीं था लेकिन उन के मुबयना दागदार होने पर कई सवालात उठ रहे थे। राज नाथ सिंह ने कहा कि हम पार्टी सदर की हैसियत से उन्हें दुबारा मुंतख़ब करना चाहते थे और हम ने दस्तूर में तरमीम भी की थी, लेकिन उन के ख़िलाफ़ जो बेबुनियाद इल्ज़ामात आइद किए गए हैं, इस पर उन्होंने अपना इस्तीफ़ा पेश किया।

पार्टी सदारत संभालने के बाद राज नाथ सिंह ने कहा कि मैंने ये ज़िम्मेदारी ओहदा समझ कर कुबूल नहीं की है बल्कि मुझ पर अब पार्टी की भारी ज़िम्मेदारीयां आइद हुई हैं। उन्होंने एतेमाद का इज़हार किया कि मुख़्तलिफ़ रियास्तों में आने वाले एसेम्बली चुनाव में पार्टी कामयाब होकर उभरेगी। आइन्दा साल आम चुनाव में भी बी जे पी ज़ेर-ए-क़ियादत एन डी ए को दुबारा इक़तिदार हासिल होगा।