रात तक गुलजार रहा ईद बाजार, ईदगाह में नमाज के लिए किए जा रहे इंतजाम

एक महीने की रोजे इबादत की रौनक अब अपने आखिरी मरहले में ईद की तमाम दिलकशी को समेटे हुए ईद का बाजार अपने शबाब पर है। हर शख्स अपनी हैसियत के मुताबिक खरीदारी में मशरूफ है। यह रौनक कहीं और का नहीं अपने रांची शहर का है। चांद रात के एलान के इंतजार में ईद तकरीबन एक दिन की दूरी पर है। ईद की इतनी नजदीकी को देखते हुए लोगों की तरफ से ईद खरीदारी का सिलसिला भी जारी है। मेन रोड उर्दू लाइब्रेरी के पास दुकान पर लोग अपने पसंदीदा अतर, टोपी और कुर्ते की खरीदारी में मशरूफ हैं। कुर्ता महल के प्रोपराइटर हाजी मोख्तार अहमद ने बताया कि हर साल की तरह उनके अदारे में कुर्ता की खूब खरीदारी हो रही है। हाजी नूर अहमद ने बताया कि उनके यहां जन्नतुल फिरदौस, खस, रूह गुलाब, चमेली, चैरिओट, चार्ली, मजमुआ, गुलनार, मुश्क, हेना, चंदन जैसे इत्र की लंबी रेंज है। दूसरी तरफ ईद के मौके पर सेवईयां की खरीदारी भी खूब हो रही है। अल रहमत सेवई के प्रोपराइटर आफताब आलम, तबरेज और उज्जैफा ने बताया कि उनके यहां रिफाइंड धारा, ऑर्डिनरी रिफाइन की सेवईयां 180 रुपए प्रतिकिलो और 80 रुपए प्रतिकिलो के दाम से मौजूद है। इसके अलावा 100 रुपए फी किलो वाला हाथ लच्छा भी मौजूद है।

आज चांद देखने की दरख्वास्त

पीर को रमजान उल मुबारक महीने की 29 तारीख है। 29 तारीख को अगले महीने का चांद नजर आने की एमकान है। दारुल कजा इमारत ए शरीया रांची अौर एदार-ए-शरिया झारखंड ने चांद देखने की दरख्वास्त की है। एदार-ए-शरिया झारखंड के नाजिमे आला मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी ने कहा है कि पीर को रमजान की 29वीं तारीख है, जिसमें ईद-उल-फितर महीने का चांद नजर आने की उम्मीद है। इसलिए पीर को मगरिब के वक़्त किसी ऊंची जगह पर इज़्तेमाई तौर पर चांद देखने की कोशिश करें।

एदारा के आलिम रिसालदार बाबा मजार अहाते में चांद के सिलसिले बैठक करेंगे। अगर कही चांद नजर आ जाए तो एदार-ए-शरिया झारखंड रांची को नीचे दिए गए मोबाइल नंबरों पर फौरन इत्तिला करें। साथ ही इलाक़े के जिम्मेदार आलिम-ए-दीन और हर जिला में कायम जिला रूयते हिलाल मरकज को भी खबर करें। ताकि जरूरत पड़ने पर शरई शहादत हासिल की जा सके। इन नंबरों पर राब्ता करें। 09771338239, 09199780992, 09934137121, 0920477637, 09934345861, एदारा ने दरख्वास्त की है कि चांद के मामले में किसी अफवाह पर ध्यान न दें बल्कि काजियान-ए-शरियत के फैसले का इंतजार करें।