रामेश्वरम् ,01 मार्च: मशहूर और मारूफ़ रामंथासवामी मंदिर में हैदराबाद में 21 फ़रवरी को हुए बम धमाकों के बाद इंतिहाई सेक्यूरिटी इंतिज़ामात किए गए हैं। पुलिस माहली वाहनन ने बताया कि टामिलनाडो की ख़ुसूसी पुलिस की एक बटालियन को भी सेक्यूरिटी मक़ासिद के लिए ताय्युनात किया गया है। सी सी टी वी कैमरों के इलावा यूनीफार्म और सादे लिबास में मलबूस पुलिस अहलकार भी मंदिर के अतराफ़-ओ-अकनाफ़ कड़ी नज़र रखेंगे। आस पास की तमाम दुकानात को हिदायत की गई है कि वो इलेक्टरोनिक अशीया फ़रोख्त ना करें।
अक़ीदत मंदों को बैग्स कैमरे और मोबाईल फ़ोन मंदिर के अंदर लेजाने की इजाज़त नहीं होगी जबकि इन अशीया को क्लाक रुम में महफ़ूज़ तौर पर रखने के इंतिज़ामात भी किए गए हैं। दरीं असना जोइंट कमिश्नर्स सेल्वाराज ने बताया कि मंदिर में मौजूद तमाम दुकानात की जून 2013 में लीज़ ख़त्म होने पर उन्हें ख़ाली करवा दिया जाएगा।
मंदिर के बाबुलदाखिला पुलिस अहलकारों को ताय्युनात किया गया है जबकि मंदिर के अंदर भी पुलिस अहलकार ताय्युनात हैं। पुलिस ने बताया कि ये इक़दामात महज़ सेक्यूरिटी को यक़ीनी बनाने के लिए किए जा रहे हैं,ना कि अक़ीदत मंदों को हिरासाँ करने के लिए। यहां इस बात का तज़किरा भी ज़रूरी है कि मंदिर में ख़ानगी सेक्यूरिटी से ताल्लुक़ रखने वाले 45 अरकान पहले ही मौजूद हैं, जबकि वाच टावर्स के ज़रीये ख़ुसूसी गार्ड्स भी कड़ी निगरानी पर मामूर हैं।
वक़तन फ़वक़तन खोजी कणों की ख़िदमात भी हासिल की जाती हैं और उन्हें पूरे मंदिर का एक चक्कर लगाया जाता है ताकि मुश्तबा अशीया की मौजूदगी का पता लगाया जा सके।