बी जे पी के राज्य सभा रुकन राम जेठमलानी ने कहा कि वो पार्टी से इस्तीफा नहीं देंगे बल्कि पार्टी में रह कर ही सदर बी जे पी नितिन गडकरी के ख़िलाफ़ जद्द-ओ-जहद करेंगे। उन्होंने नितिन गडकरी की कंपनीयों की बोग्स इमदाद पर उन से स्तीफे का मांग किया है। उन्होंने कहा कि में अपनी जद्द-ओ-जहद को तन्हा जारी रखूंगा और अगर ज़रूरी हुआ तो इस जद्द-ओ-जहद को हतमी तौर पर कामयाब बनाऊंगा।
इस बारे में बी जे पी जो चाहे फ़ैसला करसकती है। में पार्टी से स्तीफ़ा नहीं दूंगा क्योंकि में अपनी लड़ाई को जारी रखना चाहता हूँ। जब उन से सवाल किया गया कि आया नितिन गडकरी ने आर ऐस एस की तरफ से हिमायत मिलने के बाद राहत की सांस ली है, इस के बाद आप का मौक़िफ़ क्या होगा तो उन्होंने कहा कि मुझे पार्टी क्यों छोड़ना चाहीए, में पार्टी में ही रहूँगा।
ताहम जेठमलानी ने कहा कि इस बात का फ़ैसला करना बी जे पी क़ियादत की ज़िम्मेदारी है कि नितिन गडकरी पार्टी में रहें या ना रहें ये तमाम लोग क़ाबिल-ए-एहतिराम हैं। वो हर चीज़ सुनते और समझते हैं। सहाफ़त में जो कुछ लिखा जा रहा है वो इस से वाक़िफ़ भी हैं लिहाज़ा उन्हेंही फ़ैसला करने दीजिए।
उन्होंने कहा कि आर ऐस एस के नज़रियाती लीडर ऐस गुरु मूर्ती ने वाअदा किया है कि गडकरी की कंपनी से मुताल्लिक़ दस्तावेज़ात को उनके पास वज़ाहती नोट के साथ रवाना करेंगे। उन्होंने ये भी वाअदा किया कि गडकरी ने उनके तमाम सवालात का जवाब देने की रजामंदी ज़ाहिर की है।
वो उनसे मिल कर उनके तमाम शुबहात को दूर करेंगे। जेठमलानी ने कहा कि कल शाम गुरु मूर्ती के साथ उन की मुलाक़ात के बाद उन्होंने अपना मौक़िफ़ नरम करलिया है। गुरु मूर्ती ने जेठमलानी की तरफ से गडकरी के ख़िलाफ़ लगाए गए इल्ज़ामात को बेबुनियाद क़रार दिया।
राम जेठमलानी ने कल बरसर-एआम नितिन गडकरी के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाते हुए उन की बदउनवानीयों पर इस्तीफ़े का मांग किया था। उनकी कंपनी को मिलने वाले बोग्स फंड्स का भी उन्होंने सवाल उठाया था। जेठमलानी ने कहाकि वो बी जे पी सदर से सवालात करेंगे और वो ख़ुद को बेक़सूर साबित करने तक ख़ामोश नहीं रहेंगे।
उन्होंने जो दस्तावेज़ात फ़राहम करने का मांग किया है इससे साबित होता है कि बी जे पी सदर की कंपनी बोग्स फंड्स में शामिल नहीं है। मैंने गुरु मूर्ती से कहा है कि मेरे लिए ये ज़रूरी है कि गडकरी अपनी कंपनी की तफ़सीलात मुझे बताएं और मेरे चंद सवालात का सही जवाब दें।
उन्होंने कहा कि इस बारे में आप फ़िक्र ना करें। अगर आप चाहते हैं कि गडकरी से सवाल करें तो इस के लिए आप को इजाज़त होगी।