राम देव की चंद्रा बाबू नायडू से मुलाक़ात मज़हकाख़ेज़

हैदराबाद ।१‍२ जून : ( सियासत न्यूज़ ) : सैक्रेटरी ए आई सी सी-ओ-रुकन क़ानूनसाज़ कौंसल मिस्टर पी सुधाकर रेड्डी ने कुरप्शन के ख़ातमे के लिए बाबा राम देव की बद उनवान सदर तलगो देशम मिस्टर एन चंद्रा बाबू नायडू से मुलाक़ात को मज़हकाख़ेज़ क़रार दिया ।

बयारम मादिनी सरगर्मीयों की लीज़ को हुकूमत की जानिब से मंसूख़ करने का ख़ैर मुक़द्दम किया । आज असम्बली के अहाता में मैं मीडीया से बातचीत करते हुए मिस्टर पी सुधाकर रेड्डी ने कहा कि बाबा राम देव ख़ुद कुरप्शन के इल्ज़ामात का सामना कररहे हैं और उन्हों ने मलिक के सब से बड़े बद उनवान सदर तेलगु देशम पार्टी मिस्टर एन चंद्रा बाबू नायडू से मुलाक़ात करना और कुरप्शन के ख़ातमे के लिए उन से मदद तलब करना और बाबू की जानिब से तआवुन करने का ऐलान करना सब कुछ मज़हकाख़ेज़ है । रियासत के अवाम बाशऊर हैं आँख बंद कर के तमाशा देखने वाली भी नहीं है । बाबा राम देव के पास जो जायदाद असासा जात हैं पहले उन्हें उस की वज़ाहत करनी चाहिए ।

क़्दूसरे चंद्रा बाबू नायडू ख़ुद रियासत में बदउनवानीयों का सामना कररहे हैं । बदउनवानीयों और ग़ैर मह्सूब जायदाद के इलावा दीगर मुक़द्दमात में वो हाईकोर्ट से हुक्म अलतवा हासिल कर चुके हैं । अगर मुक़द्दमात का सामना करते तो जेल में होते ऐसे बद उनवान क़ाइद से बाबा राम देव की मुलाक़ात मज़हका ख़ेज़ है । दोनों भी अवाम के लिए जवाबदेह है और दोनों को भी अपने अपने इल्ज़ामात की अवाम से वज़ाहत करने की ज़रूरत है । तहलका डाट काम ने अपने सर्वे में चंद्रा बाबू नायडू कुमलक का सब से दौलतमंद सियासतदां क़रार दिया था ।

2 एकड़ अराज़ी के मालिक चंद्रा बाबू नायडू ने करोड़ों रुपय कैसे और कहां से कमाए हैं इस की उन्हें वज़ाहत करने की ज़रूरत है । यूरो लॉटरी के कोला कृष्णा मोहन ने भी दो दिन क़बल चंद्रा बाबू नायडू के ख़िलाफ़ कुरप्शन के इल्ज़ामात आइद किए हैं उन्हें ( नायडू ) को ख़ुद उन इल्ज़ामात की सी बी आई के ज़रीया तहक़ीक़ात कराने का हुकूमत से मुतालिबा करना चाहिए ।

उन्हों ने साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर डाक्टर राज शेखर रेड्डी के दामाद को ज़िला खम्मम में अलॉट करदा 1.41 लाख एकड़ मादिनी सरगर्मीयों के मुआहिदे को मंसूख़ करने का ख़ैर मुक़द्दम करते हुए कहा कि वो इस मुआमले में कई मर्तबा हुकूमत से नुमाइंदगी करचुके हैं । कल जमाती वफ़द के साथ पहोनचकर मुलाक़ात कर चुके हैं और कौंसल में भी इस मसला को उठा चुके हैं ।।