राम मंदिर के बारे में जुमलेबाजी और गपबाजी नहीं चलेगी, इसका अहसास सबको हो गया है- शिवसेना

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के परिवार समेत अयोध्या से लौटने के अगले दिन ही मुखपत्र ‘सामना’ के जरिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधा गया है। साथ ही अयोध्या में उद्धव के जोरदार स्वागत की भी तारीफ की गई है। मुखपत्र में कहा गया है कि उद्धव ठाकरे के अयोध्या दौरे से राम मंदिर को लेकर बीजेपी पर दबाव बना है।

पहली बार प्रधानमंत्री तक ने राम मंदिर मुद्दे पर अपना बयान दिया है। शिवसेना ने अपने मुख पत्र सामना में लिखा है, ‘सकल मनोरथ होहिं तुम्हारे-राम लखन सुनि भए सुखारे…’ कहते हैं कि अयोध्या में जो आते हैं, उनके मनोरथ पूर्ण होते हैं। हम अयोध्या में व्यक्तिगत और राजनीतिक मनोरथ लेकर नहीं, बल्कि अपनी अयोध्या में ही वनवास भोगने वाले श्रीराम के अधिकार वाले मंदिर के लिए आए।

अयोध्यावासियों ने हमारा प्रेम से स्वागत किया, ‘जिंदाबाद’ के नारे लगाए, फूल बरसाए। इससे हम अभिभूत हैं फिर भी राम जन्मस्थान पर वनवास भोगने वाले प्रभु श्रीराम की व्यथा लेकर हम महाराष्ट्र वापस लौटे हैं। हमारे अयोध्या दौरे से एक काम जरूर हुआ है कि राम मंदिर के सवाल पर जो सोए थे उन्होंने करवट नहीं बदली है लेकिन आंख खुल गई है।

सामना में आगे लिखा गया है कि राम मंदिर के बारे में जुमलेबाजी और गपबाजी नहीं चलेगी, इसका अहसास सबको हो गया है। पता चला है कि प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान की प्रचार सभा में कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करना है, लेकिन कांग्रेस पार्टी इस मामले में चल रही अदालती प्रक्रिया में हस्तक्षेप कर रही है।