राम मंदिर के हिमायती नेता को अखिलेश ने निकाला

v8Ipb4MQU4OO9SSTO4F_Q-3EQPTo62p9P9SPKxptZRC4wCQeKHwLfjWWDtZ_KNuh-mdrHiEExvQ5pXWwBPcX1p2Zaauw5sgyLuMZN311E8mxkg=w514-h286-nc
अयोध्या में राम मंदिर के लिए पत्थर तराशे जाने के विवाद के बीच यूपी के वज़ीर के दर्जा पाए एक राज्य मंत्री ने ओमपाल नेहरा ने मंदिर बनाने की वकालत की थी. नेहरा ने कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर और मथुरा में कृष्ण मंदिर बनाने की जरूरत है. नेहरा के इस बयान से यूपी के सीएम अखिलेश यादव इतने नाराज हुए कि नेहरा की लालबत्ती छीन ली. राज्यमंत्री का दर्जा छीन लिया है।

बता दें कि यूपी के बिजनौर में मनोरंजन टैक्स के सलाहकार और शुबे में राज्य मंत्री का दर्जा पाये नेता ओमपाल नेहरा ने कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर और मथुरा में कृष्ण मंदिर बनाने की जरूरत है. नेहरा ने मुस्लिम समाज से मंदिर बनाने में मदद की अपील की थी।

नेहरा ने इस बारे में अपनी बात कहते हुए बताया है कि कल शाम में डीएम ने उन्हें इस बात की जानकारी दी. नेहरा ने कहा, ‘मैंने कहा था कि सेक्युलर नेता और मुस्लिम स्कॉलर को एक साथ आकर इस मसले पर हल निकालना चाहिए.
मैंने कहा कि राम मंदिर के अलावा बीजेपी का यूपी में कोई मुद्दा नहीं हैं. इसलिए यह मुद्दा एक बार में हमेशा के लिए बंद हो जाना चाहिए।

अखिलेश हुकूमत में राज्यमंत्री का दर्जा पाए नेहरा का ये बयान इसलिए भी अहम हो जाता है क्योंकि 2017 में यूपी में जनरल इलेक्शन होने हैं. बीजेपी और उसके जैसी सोच रखने वाली तंजीम राम मंदिर का मुद्दा गर्मा चुके हैं. अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी मुस्लिमों की करीबी मानी जाती है ऐसे में अखिलेश की पार्टी के इस नेता के बयान से पार्टी की अंदरुनी राजनीति गर्मा सकती है।