राम मंदिर निर्माण को लेकर क्या हिन्दूओं को भड़का रहे हैं रामदेव?

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण विवाद को लेकर बाबा रामदेव ने चौंकाने वाला बयान दिया है। योग गुरू ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के केवल दो ही तरीके हैं। एक लोग खुद ही मंदिर बना लें और दूसरा संसद इसको लेकर कानून लाए। हालांकि उन्होंने पहले तरीके को अच्छा नहीं बताया और इससे सामाजिक संघर्ष पैदा होने की संभावना जताई।

लेकिन कानून संबंधी तरीके पर जोर देते हुए योग गुरू ने कहा कि संसद केा मंदिर निर्माण पर अध्यादेश लाना चाहिए। दरअसल, बाबा रामदेव गुजरात के अहमदाबाद और वडोदरा में ‘पतंजलि परिधान’ स्टोर लॉन्चिंग के मौके पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि देश में सांप्रदायिक सद्भावना के लिए मंदिर निर्माण के लिए सबसे बेहतर तरीका अध्यादेश लाना है।

आपको बता दें कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है। वहीं, योग बाबा रामदेव लंबे समय से मंदिर निर्माण को लेकर अपने विचार रखते आ रहे हैं।

इससे पहले भी उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाने की पैरवी की थी। योग गुरू के अनुसार राम मंदिर का निर्माण 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले हो सकता है और इससे किसी भी राजनीतिक दल को आपत्ति भी नहीं होगी।

उन्होंने कहा कि अगर संसद में राम मंदिर निर्माण को लेकर अध्यादेश लाया जाए तो सारी पार्टियां इसका समर्थन करेंगी। आपको बता दें कि अयोध्या में पिछले दिनों अचानक उस समय माहौल गरमा गया, जब शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे शिवसैनिकों के साथ वहां पहुंचे। उन्होंने यहां संतों से मुलाकात कर मंदिर निर्माण के बारे में चर्चा की। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा नीत केंद्र सरकार से मंदिर निर्माण की तारीख बताने को कहा।

साभार- ‘पत्रिका’