इलाहाबाद: उत्तर प्रदेश में भाजपा के सत्ता में आने के बाद अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर तरह तरह के बयान सामने आ रहे हैं। इस सिलसिले में जहां दिन बी दिन विहिप का रुख सख्त होता जा रहा है वहीं दूसरी ओर अखाड़ा परिषद ने नरम रुख अख्तियार किया है. अखाड़ा परिषद का कहना है कि इस मामले को हिंदू और मुसलमानों की आपसी सहमति से ही हल किया जाना चाहिए।
न्यूज़ 18 के मुताबिक़ अयोध्या में राम मन्दिर की निर्माण को लेकर विहिप और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एक दूसरे के सामने आ गए हैं। विहिप से संबंधित स्वामी वासु देवानंद का कहना है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण जल्द ही शुरू कर दी जाएगी। वहीं दूसरी ओर अखिल भारतीय परिषद के प्रमुख महंत नरेंद्रगिरी ने कहा है कि राम मंदिर का मामला हिन्दू और मुसलमानों के आपसी सहमति से तय होना चाहिए।
रामनवमी के अवसर पर विहिप के टेंट से बड़ा बयान सामने आया। विहिप की राम मंदिर आंदोलन से जुड़े कट्टरपंथी स्टैंड वाले स्वामी देवानंद ने कहा है कि बहुत ही जल्द अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। यही नहीं उन्होंने सवाल किया है कि राम मंदिर का निर्माण अयोध्या में नहीं होगी तो क्या सऊदी अरब में होगी?
लेकिन अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के मामले में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी का कहना है कि राम मंदिर का मामला पक्षों की आपसी सहमति से तय होना चाहिए। महंत नरेंद्र गिरि ने यह भी कहा है इस मामले में किसी भी पक्ष के साथ किसी भी प्रकार की जोर जबरदस्ती उचित नहीं है।