राम मंदिर पर बीजेपी को राजनीति नहीं करनी चाहिए- राज ठाकरे

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के नेता राज ठाकरे ने कहा कि राम मंदिर बने। इस बात की पक्षधर उनकी पार्टी भी है। लेकिन इस मुद्दे का इस्तेमाल चुनाव प्रचार में किया जाए, यह गलत है। उन्‍होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार कई मोर्चे पर नाकाम रही है और इसी वजह से वह अपनी नाकामी छिपाने के लिए राम मंदिर का राग अलाप रही है।

मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा कि राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (एनईईटी), दुग्ध उत्पादकों के जारी आंदोलन, अरब सागर में छत्रपति शिवाजी के प्रस्तावित स्मारक और बुलेट ट्रेन परियोजना सहित कई मुद्दे हैं जिस पर केंद्र और राज्‍य की भाजपा सरकार बुरी तरह फेल रही है। बीते चार सालों में मोदी सरकार ने ऐसा कोई काम नहीं किया, जिसे वह विकास कार्य के रूप में दिखा सके।

ठाकरे ने कहा कि अब सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए राम मंदिर मुद्दे को उठा रही है। वह चाहती है कि मंदिर के मुद्दे पर देश में दंगे हों। ठाकरे ने कहा कि पहले भी भाजपा राम मंदिर का मुद्दा उठा सकती थी, क्योंकि उसके पास बहुमत है, लेकिन तब उसने नोटबंदी, योग आदि मुद्दे उठाए। अब चार साल बाद वह मंदिर की याद आ रही है।

केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेने के साथ ही ठाकरे राज्‍य सरकार पर भी बरसे। उन्‍होंने कहा कि एनइइटी में स्थानीय छात्रों को प्राथमिकता दी जाए। राज्‍य सरकार स्थानीय छात्रों की कीमत पर बाहरी छात्रों को लाभ पहुंचाने की कोशिश कर रही है।

यदि यही हाल रहा तो महाराष्ट्र के छात्रों कहां जाएंगे। उन्‍हें कहां दाखिला मिलेगा? दूध की बेहतर मूल्य की मांग कर रहे किसानों के आंदोलन पर उन्‍होंने कहा कि राज्य सरकार अपने किसानों की मदद करने के बजाय राज्‍य से बाहर की अमूल जैसी कंपनियों बढ़ावा देना चाहती है।