राम मंदिर पर बी जे पी के नरम मौक़िफ़ से शिवसेना बरहम

मुंबई: बीजेपी पर तन्क़ीद करते हुए उसकी हलीफ़ पार्टी शिवसेना ने आज बरहमी के साथ कहा कि मर्कज़ की बी जे पी हुकूमत इक़्तेदार पर आने के बाद राम मंदिर के बिशमोल कई अहम मसाइल पर अपना मौक़िफ़ बदल रही है। बी जे पी उन मसाइल से अपना मुँह मोड़ नहीं सकती।

नरेंद्र मोदी हुकूमत सिर्फ़ मौजूदा हालात से निमटने केलिए ये हर्बा इख़तियार कररही है। शिवसेना ने बी जे पी पर इल्ज़ाम आइद किया कि वो अपने वादों से इन्हिराफ़ कररही है। इस ने विदर्भ तशकील देने का वादा किया था लेकिन अब वो उसे फ़रामोश करचुकी है। इस तरह के वादों से वो मुँह मोड़ नहीं सकती।

शिवसेना ने उम्मीद ज़ाहिर की कि बी जे पीजिए न्यूक्लीयर पावर प्लांट के मसले पर भी ऐसा ही मौक़िफ़ इख़तियार करेगी। मंगल के दिन इक़्तेदार में एन डी ए हुकूमत की एक साल की तकमील पर बी जे पी सदर अमित शाह ने कहा था कि बी जे पी के पास वाज़िह अक्सरीयत नहीं है कि वो राम मंदिर और आर्टीकल 370 जैसे अहम मसाइल पर कार्रवाई कर सके।

शिवसेना के तर्जुमान अख़बार सामना में ईदारिया लिखते हुए सेना ने बी जे पी के मौक़िफ़ पर बरहमी ज़ाहिर की है और कहा कि इस का यूं रुख़ मोड़ लेना सरासर नाइंसाफ़ी है। बी जे पी हमेशा अयोध्या में राम मंदिर की तामीर की बात करती आरही थी, इंतेख़ाबात के दौरान भी इसका एजंडा राम मंदिर ही था लेकिन अब राम मंदिर बनाना पार्टी के बस में नहीं है।