राम मंदिर साधु-संत बनायेंगे : शंकराचार्य

रांची : द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर साधु-संत बनायेंगे. राजनीति दल के लोग केवल वोटों के ध्रुवीकरण के लिए इसे मुद्दा बनाते आ रहे हैं. उनलोगों ने सत्ता के लिए मंदिर के नाम पर सीढ़ी बनायी, लेकिन मंदिर नहीं बनाया. अभी यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है. हाईकोर्ट ने कहा है कि जो ढांचा गिराया गया था, वहां दीवारों में हनुमान जी की मूर्ति लगी हुई मिली है.

सांसद ओवैसी द्वारा भारत माता की जय नहीं बोलने पर उन्हाेंने कहा कि यह साजिश के तहत किया जा रहा है. माता की जय सभी धर्मों में होता है. यहां की धरती पर रहने वाले इस मुल्क के रहने वाले हैं. इसलिए धरती सभी की मां है. ओवैसी जैसे सख्श को नकार देना चाहिए. उनकी बातें पर लोगों काे तवज्जो नहीं देना चाहिए. ये बातें उन्होंने जुमा को अनंतपुर में सहाफियों से बातचीत के दौरान कही.

उन्होंने कहा कि मुल्क की मौजूदा तालीम सिस्टम हिंदू धर्म पर सबसे बड़ा कुठाराघात है. मुल्क के स्कूल-कॉलेज नास्तिकों की फैक्टरी बन गयी है. जेएनयू में जो हो रहा है, वह सभी को मालूम है. संसद भवन लोकतंत्र का मंदिर है, जो असलाह लेकर घुसा था उसे कुछ लोग शहीद कह रहे हैं. मर्क़ज़ी हुकूमत हुक्म करे कि मुल्क के तमाम स्कूल-कॉलेजों में लाज्मी तौर से गीता, रामायण की तालीम दी जायेगी. ऐसा अंगरेजों के शासन के वक़्त में भी होता था. इससे नौजवानों को देशप्रेम की तालीम मिलेगी और अपनी कल्चर की भी जानकारी होगी.

धर्मांतरण पर कहा कि अगर कोई स्वेच्छा से ऐसा कर रहा है, तो यह गलत नहीं है. लेकिन अगर कोई छोटी-छोटी जरूरतों, गरीबी का लाभ उठा कर या लालच देकर ऐसा करा रहा है, तो गलत है. कई विदेशी संस्था धर्मांतरण कराने में लगी हैं, जिसे रोकना जरुरी है. समलैंगिक सिलसिले पर आरएसएस की मंजूरी ज़ाहिर करने के सवाल पर कहा कि इससे समाज का नुकसान होगा. इसका मुखालिफत आरएसएस के लोगों को करना चाहिए.