राम..राम..किया मोदी ने भी

तरक़्की के नाम पर दिल्ली के रास्ते पर निकले मोदी ने आखिरकार राम का नाम ले ही लिया। बीजेपी के ऱिज़ारते उज़्मा के उम्‍मीदवार नरेंद्र मोदी ने पीर को इस इन्तेख़ाबी मुहीम के दौरान शायद पहली बार राम और मंदिर का सहारा लिया है।

उत्‍तर प्रदेश के फैजाबाद में रैली के दौरान उनके स्टेज पर अयोध्‍या में मुजव्वजा राम मंदिर की तस्‍वीर लगी थी। तक़रीर में भी मोदी ने राम के नाम की क़सम खा ली। इस तरह अब तक मुसलसिल तरक़्की के नाम पर चुनाव लड़ने की बात कहने वाले मोदी फैजाबाद में मज़हबी बुनियाद पर वोटों मांगने की कोशिश करते दिखाई दिये। कांग्रेस ने बीजेपी के इस कदम के खिलाफ इलेक्शन कमिशन में शिकायत दर्ज कराई और कमिशन ने भी फौरन जिला हुक्काम से रिपोर्ट तलब कर ली।

फैजाबाद में मोदी राम के नाम को भुनाते दिखाई दिए। मोदी ने कहा, ‘मैं श्रीराम की सौगंध खाता हूं कि जिंदगी भर बदउनवानी के खिलाफ लड़ता रहूंगा।’ उन्‍होंने आगे कहा, ‘श्रीराम की धरती से मैं कमल ले जाना चाहता हूं।’

कहा जाता है कि मोदी ने ही बीजेपी के मैनिफेस्टो से मंदिर मुद्दे को दूर रखवाया। मन्शूर के आखिरी हिस्‍से में बस कुछ सतरों में मंदिर मुद्दे का जिक्र है। लेकिन, फैजाबाद में मोदी के स्टेज पर उस मंदिर की तस्‍वीर दिखाई गई जो अयोध्‍या में मुबय्यना तौर पर बनवाया जाना है।