राम सीता पर फ़ौरी समात से सुप्रीमकोर्ट का इनकार

नई दिल्ली: सुप्रीमकोर्ट ने राम सीता मामले में मर्कज़ी हुकूमत का रुख वाज़िह करने से मुताल्लिक़ दरख़ास्त पर फ़ौरी समात से आज इनकार कर दिया। चीफ़ जस्टिस टी एस ठाकुर की सदारत वाली तीन रुकनी बेंच ने भारतीय जनता पार्टी लीडर सुब्रामणियम स्वामी की दरख़ास्त मुस्तरद करते हुए कहा कि इस मामले में फ़ौरी समात की ज़रूरत है ऐसा उसे नज़र नहीं आ रहा है।

दरख़ास्त गुज़ार की दलील थी कि राम सीतो मामले में मर्कज़ी हुकूमत अपना रुख वाज़िह नहीं कर रही है। इस लिए अदालत इस मामले में फ़ौरी समात करके मर्कज़ से रख वाज़िह करने के लिए कहे। इस पर अदालत ने कहा कि दरख़ास्त गुज़ार को इस बारे में फ़िक्र करने की ज़रूरत नहीं है।

अदालत ने दरख़ास्त गुज़ार से कहा कि वो उस के पास तभी आएं जब हुकूमत राम सीता से छेड़-छाड़ करे। फ़िलहाल इस मामले पर जल्द समात करने की ज़रूरत नहीं है। जस्टिस ठाकुर ने कहा,”इस मामले पर आप ज़्यादा परेशान ना हो क्योंकि इस मामले पर हमारी पूरी नज़र है ”। कोर्ट का कहना था कि पहले मर्कज़ी हुकूमत को इस मामले में अपना जवाब दाख़िल करने दिया जाना चाहिए। वाज़िह रहे कि मर्कज़ ने जवाबी हलफनामे के लिए छः हफ़्ते का वक़्त ले रखा है , जो अभी ख़त्म नहीं हुआ है|