रायपुर के डीएम ने नौकरी से दिया इस्तीफा, BJP में होंगे शामिल!

रायपुर के जिलाधिकारी ओपी चौधरी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उनके आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार बनने को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं.

हालांकि राज्य भाजपा में महामंत्री संतोष पांडेय ने बताया की चौधरी के भाजपा में शामिल होने के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है.

छत्तीसगढ़ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज यहां बताया कि वर्ष 2005 बैच के आईएएस चौधरी ने अपना इस्तीफा शासन को भेज दिया है. चौधरी को राज्य के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में शिक्षा में बदलाव लाने का श्रेय दिया जाता है.

उनके भाजपा के टिकट से रायगढ़ जिले के प्रतिष्ठित खारसिया सीट से आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं.

अपने इस्तीफे को लेकर अभी तक चौधरी ने कोई बयान नहीं दिया है. खरसिया विधानसभा सीट छत्तीसगढ़ के प्रमुख विधानसभा सीट में से एक है. यह सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है और यहां से अविभाजित मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा कांग्रेस के कद्दावर नेता अर्जुन सिंह भी चुनाव लड़ चुके हैं.

वर्ष 2013 के विधानसभा चुनावों से पहले बस्तर के दरभा क्षेत्र में झिरम घाटी नक्सली हमले में मारे गए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार पटेल के बेटे उमेश पटेल खरसिया विधानसभा क्षेत्र के मौजूदा विधायक हैं.

चौधरी रायगढ़ जिले में अन्य पिछड़ा वर्ग के अघरिया समुदाय से आते हैं जिससे वर्तमान विधायक पटेल हैं. अघरिया पटेल को क्षेत्र में कांग्रेस का वोट बैंक माना जाता है. चौधरी के यहां से चुनाव लड़ने से कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लग सकती है.

चौधरी पिछले छह महीनों से रायगढ़ और खरसिया क्षेत्र में सक्रिय हैं. इससे कयास लगाया जा रहा था कि वह यहां से चुनाव लड़ सकते हैं. सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी ने चौधरी के राजनीतिक प्रयास के बारे में पुष्टि नहीं की है, लेकिन पार्टी सूत्रों ने कहा है कि यदि वह ऐसा करने के इच्छुक हैं तो उन्हें पार्टी में स्वागत किया जाएगा.