राय दही को लाज़िमी बनाने केलिए अडवानी का ज़ोर

नई दिल्ली २७ जनवरी (पी टी आई) इंतेख़ाबी इस्लेहात पर जारी मुबाहिस के दरमयान बी जे पी लीडर एल के अडवानी ने आज राय दही को लाज़िमी क़रार देने पर ज़ोर दिया और कहा कि ये ऐसा कोई मुश्किल काम नहीं है कि जिसे पूरा नहीं किया जा सकता। उन्हों ने इलेक्शन कमीशन के इस मंसूबा की भी हिमायत की कि मुल्क के तमाम शहरीयों को राय दहिंदों की फ़हरिस्त में शामिल करना इस का बुनियादी काम है।

इसी वक़्त एल के अडवानी ने ये भी कहा कि इलेक्शन कमीशन को ये यक़ीनी बनाने चाहीए कि तमाम दर्जा फ़हरिस्त राय दहनदे अपने हक़ राय दही से बहरसूरत मुस्तफ़ीद हूँ। सब से ज़्यादा अहम बात ये है कि राय दही की फ़ीसद को बढ़ाया जाय और मुम्किन होतो राय दही को सद फ़ीसद बढ़ाया जाय। हिंदूस्तान ने लाज़िमी राय दही या राय दही का लज़ूम क़रार देना कोई मुश्किल काम नहीं है।

हर एक को वोट देने का पाबंद बनाना चाहीए। हिंदूस्तानियों की हौसलाअफ़्ज़ाई करते हुए जमहूरीयत के तईं अपनी ज़िम्मेदारीयां पूरी करने की तरग़ीब दी जानी चाहीए। उन्हों ने यौम जमहूरीया के मौक़ा पर अपनी रिहायश गाह पर पर्चमकुशाई के बाद कहा कि हक़ तालीम क़ानून बुनियादी हक़ है अब ये क़ानून बुनियाद बन चुका है इसी तरह राय दही को भी शहरीयों की बुनियादी ज़िम्मेदारी बनाया जाना चाहीए ताकि एक यादगार नज़म-ओ-नसक़ लाने में मदद मिल सके।

बी जे पी पारलीमानी पार्टी के चेयरमैन ने कहा कि इंतेख़ाबी इस्लाहात मैं इलेक्शन कमीशन का अहम रोल होता है। इस में हुकूमतों और सयासी पार्टीयों को भी अपना हिस्सा अदा करना होगा। जब उन से पूछा गया कि आया बी जे पी लाज़िमी राय दही की हिमायत करेगी। अडवानी ने कहा कि मैंने हमेशा उस की हिमायत की है।

हमारी हुक्मरानी वाली (बी जे पी) रियास्तों में इस सिलसिला में क़ानून मंज़ूर किया गया है और इस क़ानून को गवर्नरों की जानिब से मंज़ूरी का इंतिज़ार है। उन्हों ने हक़ तलबी क़ानून के मसला पर इज़हार-ए-ख़्याल से गुरेज़ किया ।