नई दिल्ली: हुकूमत अवामी तक़सीम के निज़ाम को कम्प्यूटराइज करने का मन्सूबा रकती है ताकि इस शोबे में होने वाली बे क़ाईदगियों को रोका जा सके। हुकूमत चाहती है कि यहां इलेक्ट्रॉनिक प्वाईंट आफ़ सेल आले नसब किए जाएं और ये काम सारे मुल्क में 2019 तक कर दिया जाएगा।
वज़ीरे तग़ज़िया राम विलास पासवान ने राज्य सभा में एक सवाल के जवाब में बताया कि हुकूमत ने अवामी निज़ाम तक़सीम को रास्त फ़वाइद की मुंतकली स्कीम के तहत आधार से मरबूत करने पांडुचेरी चन्दीगढ़ और दादरा-ओ-नगर हवेली के शहरी इलाक़ों में पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है।
इसकी कामयाबी के बाद उसे सारे मुल्क में तौसी दी जाएगी ताकि इस में करप्शन और बदउनवानियों को रोका जा सके। उन्होंने बताया कि मुल्क भर में 5.35 लाख फ़ईर प्राइस शॉप्स हैं और हुकूमत ने मार्च 2016 मार्च तक 91,000 दूकानों में इलेक्ट्रॉनिक प्वाईंट आफ़ सेल नसब किए हैं। उन्होंने कहा कि हुकूमत चाहती है कि सारे मुल्क में इस तरह के आले नसब किए जाएं और राशन शॉप्स को कम्पयूटर से मरबूत किया जाये। ये काम 2019 तक करने का निशाना मुक़र्रर किया गया है|