राष्ट्रपति कोविंद कुरूक्षेत्र में 25 नंवबर को “अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव” का करेंगे उदघाटन

नई दिल्ली : राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद हरियाणा में कुरूक्षेत्र में 25 नंवबर, 2017  को अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का उदघाटन करेंगें। वे महोत्सव के दौरान गीता यज्ञ और गीता पूजन  समारोह में भी भाग लेंगें। यह महोत्सव 3 दिसंबर, 2017 को समाप्त होगा और इस महोत्सव में मोरीशॅस भागीदार देश के रूप में और उत्तर प्रदेश भागीदार राज्य के रूप में भाग लेगा।

यह जानकारी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पत्रकार सम्मेलन के दौरान दी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति कुरूक्षेत्र  विश्वविद्यालय के परिसर में लगने वाली अंतर्राष्ट्रीय सैमीनार को भी उदघाटन करेंगें। उन्होंने बताया कि इस वर्ष इस महोत्सव में 25 से 30 लाख भाग लेने की संभावना हैं जबकि पिछले वर्ष 2016 में लगभग 20 लाख लोगों ने इस महोत्सव में भाग लिया था। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष गीता महोत्सव में 35 देशों ने भाग लिया और इस वर्ष 35 से ज्यादा देशों के भाग लेने की संभावना है।

उन्होंने कहा कि इस वर्ष यह महोत्सव कुरुक्षेत्र में 17 नवम्बर से 3 दिसम्बर 2017 तक मनाया जायेगा। महोत्सव का विधिवत उद्दघाटन दिनांक 25 नवम्बर, 2017 को माननीय राष्ट्रपति भारत के कर कमलों से होगा। इस अवसर पर माननीय राष्ट्रपति द्वारा ब्रह्मसरोवर पर गीता यज्ञ एवं पूजन भी किया जायेगा। इसी दिन माननीय राष्ट्रपति द्वारा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में अन्तराष्ट्रीय गीता संगोष्ठी का भी उद्घाटन किया जायेगा। यह अन्र्तराष्ट्रीय संगोष्ठी दिनांक 25 नवम्बर से  निरन्तर तीन दिन तक चलेगी। संगोष्ठी का समापन पुरुषोतमपुरा बाग ब्रह्मसरोवर पर आयोजित संत सम्मेलन के साथ होगा जिसमें देश के प्रख्यात संत महात्मा एवं ज्ञानीजन उपस्थित होकर इस समारोह की गरिमा बढायेगें।

मुख्यमंत्री ने बताया कि 17 नवम्बर से 3 दिसम्बर, 2017 तक चलने वाले मुख्य कार्यक्रमों में से एक विशाल शिल्प एवं सरस मेले में राष्ट्रीय एव अन्तराष्ट्रीय ख्याति के कलाकारों एवं शिल्पियों का महाकुंभ महोत्सव का एक प्रमुख आकर्षण होगा इसके साथ ही विभिन्न सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, शैक्षणिक एवं सामाजिक संस्थाओं द्वारा ब्रह्मसरोवर पर भव्य प्रर्दशनियों का आयोजन, रंगोली, चित्रकला एवं छायाचित्रण प्रतियोगितांए, गीता पुस्तक मेला, हरियाणा के विकास एवं उन्नति विषयक प्रदर्शनियां, मैराथन दौड़ इस उत्सव के मुख्य कार्यक्रम होंगे।

उन्होंने बताया कि अन्र्तराष्ट्रीय गीता महोत्सव के अवसर पर धर्म नगरी का विशेष रुप से सजाई जायेगी। इस अवसर पर कुरुक्षेत्र के प्रमुख स्थलों पर रात्रि में विशेष प्रकाश व्यवस्था का प्रबन्ध होगा। महोत्सव के दौरान ब्रह्मसरोवर पर प्रतिदिन महाआरती का आयोजन भी एक प्रमुख आकर्षण होगा। सांयकाल को ही ब्रहमसरोवर पर आयोजित ध्वनि एवं प्रकाश की त्रिआयामी प्रस्तुति समारोह की भव्यता को बढायेगी। समारोह के अवसर पर क्षेत्रीय व्यजनों के स्टाल अन्य महत्वपूर्ण आकर्षण के विषय होगें जिससे पर्यटक अपने देश की खान-पान एवं सांस्कृतिक परम्पराओं से अवगत होंगे। गीता के प्रचार-प्रसार के लिये धार्मिक एवं शैक्षणिक संस्थाओं द्वारा लगाई जाने वाली प्रदर्शनियां निश्चय ही बुद्धिजीवियों एवं जिज्ञासुओं का ज्ञान वर्धक मंनोरजन करेंगी।

उन्होंने बताया कि विगत वर्ष से हरियाणा सरकार के प्रयासों गीता जयन्ती महोत्सव को कुरुक्षेत्र में अन्र्तराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा रहा है। वर्ष 2016 में पहली बार कुरुक्षेत्र में अन्र्तराष्ट्रीय गीता महोत्सव मनाया गया। विगत वर्ष महोत्सव को मिली अपार लोकप्रियता के कारण इस वर्ष भी यह उत्सव अन्र्तराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा रहा है। इस वर्ष हरियाणा सरकार के प्रयासों से अन्र्तराष्ट्रीय गीता महोत्सव में भारतीय मूल के देश माॅरीशस को भागीदार देश एवं उत्तर प्रदेश को भागीदार प्रदेश के रूप में चुना गया है। इन प्रयासों से निश्चित ही समारोह को भव्यता पूर्वक मनाया जा सकेगा। पिछले वर्ष की भांति इस बार अनेक देशों के कला एवं शिल्प इस समारोह के मुख्य आकर्षण हांेगे।

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव को इतने व्यापक स्तर पर आयोजित करने के लिए हरियाणा सरकार को बधाई देते हुए गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने कहा कि गीता आम जन को स्मार्ट व सभ्य बनाने में सहयोग करती है, जब एक आम जन को गीता के श्लोकों के माध्यम से अपनी डयूटी के बारे में जानकारी होती हैं तब वह सही तरीके से अपनी डयूटी का निर्वहन करेगा और संपूर्ण वातावरण शांतिमय होगा।

इस मौके पर मुख्यमंत्री व गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने दिव्य गीता की सीडी, अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव की सीडी, काॅफी टेबल बुक नामतः अतुल्य कुरूक्षेत्र,  गीता पर आधारित 18 पेंटिंग और योग और गीता की भी 18 पेंटिंग का भी विमोचन किया।