राष्ट्रपति पद के लिए सुषमा स्वराज या आडवाणी को उम्मीदवार बनाया जा सकता था- ममता बनर्जी

कोलकाता। राष्ट्रपति पद के लिए राजग प्रत्याशी रामनाथ कोविंद की उम्मीदवारी पर वस्तुत: आपत्ति जताते हुए तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने सोमवार को दावा किया कि बिहार के राज्यपाल को सिर्फ इसलिए चुना गया है क्योंकि वह विगत में भाजपा के दलित मोर्चा के नेता रहे हैं।

ममता ने एक बयान में कहा, ‘देश में कई अन्य बडे दलित नेता हैं। सिर्फ इसलिए कि वह (कोविंद) भाजपा के दलित मोर्चा के नेता थे, उन्हें नामित किया गया। ‘पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता ने कहा, ‘राष्ट्रपति का पद एक अहम पद होता है।

प्रणब मुखर्जी के कद के किसी नेता को या सुषमा स्वराज या आडवाणीजी को उम्मीदवार बनाया जा सकता था। ‘ उन्होंने कहा, ‘किन्हीं को समर्थन देने के लिए हमें उन्हें जानना चाहिए। उम्मीदवार ऐसे होने चाहिए जो देश के लिए फायदेमंद हों।

विपक्ष की 22 जून को बैठक होगी, उसके बाद हम अपने फैसले की घोषणा कर सकते हैं। ‘ममता सोमवार को नीदरलैंड के लिए रवाना हो गयीं जहां वह 23 जून को संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा दिवस के मौके पर संबोधित करेंगी।

ममता ने हालांकि कहा कि वह यह नहीं कह रहीं हैं कि बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति पद के लिए योग्य नहीं हैं। ममता ने कहा कि उन्होंने विपक्ष के दो तीन नेताओं से बातचीत की है और वे भी चकित हैं।

देश में अन्य बड़े नेता हैं। तृणमूल के मुख्य प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने दावा किया कि पार्टी को कोविंद की उम्मीदवारी के बारे में राजग द्वारा नहीं सूचित किया गया।