राहत क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के नाम से इस्लामिक बैंक की स्थापना

मुंबई: इस्लामिक बैंकिंग न केवल एक अच्छा विचार है, लेकिन व्यावहारिक तौर पर भी इस तरह के संस्थान की स्थापना संभव है। इसके कई उदाहरण जमाते इस्लामी की ओर से महाराष्ट्र में पेश की जा रही हैं। इसी सिलसिले में एवत महल जिले के पोसद में राहत क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के नाम से बगैर ब्याज के बैंक की स्थापना हुई है। यह अपनी तरह का सातवां संस्था है, जो लोगों को बगैर ब्याज के लेनदेन की सुविधा प्रदान कर रही है।

जमाते इस्लामी महाराष्ट्र ने शुरू में विभिन्न बड़े शहरों में गैर ब्याज वाले संस्थान स्थापित किए हैं। वहाँ सफलता मिलने के बाद अब छोटे शहरों में भी इस तरह की शुरुआत की है।

यह सातवां संस्था है, जो राहत क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के नाम से एवत माल जिले के पोसद में स्थापित किया गया है। एक समारोह के दौरान पार्टी के प्रदेश अमीर मौलाना तौफीक असलम के हाथों इस संस्था का उद्घाटन किया गया।राहत क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी में लेनदेन के सभी मामले बगैर ब्याज के आधार पर होंगे। इस संस्था द्वारा जरूरतमंद और छोटे व्यवसाय के लिए लोगों को ऋण भी दिए जाएंगे।

इसी तरह शहर के व्यापारियों से दैनिक सेविंग के लिए दी जाने वाली राशि जमा की जाएगी। एक साधारण बैंक में जो सुविधाएं मिलती हैं, उसी तरह सभी सुविधाएं इस संस्था में दी जाएंगी।

पोसद का यह संस्था 300 शेयर धारकों और उनके द्वारा प्राप्त 15 लाख की राशि से शुरू किया गया है। पार्टी के जिम्मेदारों का कहना है कि ब्याज प्रणाली के शिकार लोगों की सुविधा के लिए जमाते इस्लामी ने पूरे महाराष्ट्र में बगैर ब्याज के संस्थाओं का जाल बिछाने की योजना बनाई है। उस्मानाबाद से यह सिलसिला शुरू हुआ था, और निंगाबाद, परभनी और नांदेड़ होते हुए यह पोसद तक पहुंचा है।