वज़ीर-ए-क़ानून (कानून मंत्री) सलमान खुर्शीद ने आज राहुल गांधी और मुख्यमंत्री जम्मू कश्मीर उमर अब्दुल्ला के बीच राज्य में सरपनचों के बाइख़तियार बनाने के बारे में बदमज़गी की इत्तिलाआत(सूचनाओं) को खारिज करदिया लेकिन ज़ोर दिया कि उन्हें किसी इस्तिस्ना के बगै़र मुल्क भर में इख़्तयारात दिए जाने चाहिऐं।
बिलकुल्लिया नहीं, इन का जवाब रहा जब पूछा गया कि आया क़ानून पंचायत राज के तहत मुंतख़ब पंचायत अरकान(सदस्यों) और सरपंचों को इख़्तयारात(अधिकार) देने का मसला राहुल बमुक़ाबला उमर मसला बन चुका है। ख़ुरशीद ने कहा कि उसे समाजी इंसाफ़ और सयासी इंसाफ़ से मुताल्लिक़ सयासी मशग़ूलियत का मुआमला समझा जाना चाहीए।
उन्हों ने इस मुआमले में राहुल की ग़ैरमामूली दिलचस्पी की वज़ाहत करते हुए कहा, सदर कांग्रेस और राहुल गांधी हुक़ूक़ पंचायतों के तईं काफ़ी मज़बूत अह्द रखते हैं। ये ऐसा अह्द है जो हम ने सारे मुल्क से किया है और वो चाहते हैं कि इस पर किसी इस्तिस्ना के बगै़र मुल्क भर में अमल किया जाय।