राहुल-ओ-मोदी भी कांग्रेस-ओ-बी जे पी का सयासी मुस्तक़बिल रौशन नहीं बना सकते:चन्द्रबाबू

हैदराबाद 04 मई: तेलुगू देशम के सरबराह एन चन्द्रबाबू नायडू ने आज दावा किया कि अगर कांग्रेस और बी जे पी राहुल गांधी और नरेंद्र मोदी को अपने अपने वज़ारत अज़मी उम्मीदवार के तौर पर एलान भी करदें तब भी इन जमातों के चुनाव नताइज में कोई बेहतरी पैदा नहीं होगी।

नायडू ने आज शाम पी टी आई से बात चीत करते हुए कहा कि कांग्रेस का सफ़ाया हो रहा है और बी जे पी अवामी मक़बूलियत से महरूम हो रही है।

अगर राहुल गांधी और मोदी को ये जमाअतें अपना वज़ारत अज़मी उम्मीदवार भी नामज़द करदें तब भी इन जमातों के सयासी मुस्तक़बिल में बेहतरी नहीं आसकती।

उन्होंने कहा कि मुल्क में एसी कई रियासतें हैं जहां इन दो जमातों का वजूद भी नहीं है। उन्होंने कहा कि कई रियासतों में इलाक़ाई जमाअतें ताक़तवर हैं और अपनी अपनी रियासतों में ये अक्सरियत हासिल करेंगी और यही जमाअतें चुनाव के बाद इस इत्तिहाद का फैसला करेंगी जिसे इक़तिदार मिल सकता है।

उन्होंने कहा कि कई रियासतों में दोनों जमातों कांग्रेस और बी जे पी का मुनासिब इंफ्रास्ट्रक्चर भी नहीं है। वहां सिर्फ़ इलाक़ाई जमाअतें हैं मूसिर हैं।

पार्टी चाहे कोई भी हो इलाक़ाई जमाअतें हैं ख़ुद को मुस्तहकम बनाती जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कुछ सयासी जमातों की कुछ मजबूरियां हैं। कुछ मुक़ामात पर ये जमाअतें कांग्रेस के साथ हैं तो कुछ मुक़ामात पर ये बी जे पी के साथ हैं।

कुछ मुक़ामात पर सिर्फ़ इलाक़ाई जमातों का वजूद है और फिर कहीं कमीयूनिसट जमाअतें हैं। इस तरह के कई इत्तिहाद हैं। एसे में बिलआख़िर उसी सूरत-ए-हाल पैदा होती है जहां इलाक़ाई जमातों ही को अक्सरियत हासिल होगी।

उन्होंने इस इस्तिदलाल को कुबूल नहीं किया कि इलाक़ाई जमातों की बालादस्ती के नतीजे में क़ौमी मुफ़ादात पर समझौता हो रहा है। उन्होंने सवाल किया कि कांग्रेस ने किस अज़ीम क़ौमी मुफ़ाद का तहफ़्फ़ुज़ किया है जो दूसरी हुकूमतों ने नहीं किया था ? ।

उन्होंने कहा कि मुत्तहदा महाज़ की हुकूमत ने भी मआशी इस्लाहात(सुधार)पर अमल किया है जो कांग्रेस ने शुरू की थीं। उन्होंने कहा कि दोनों ही हुकूमतों में अच्छी तरक़्क़ी हुई थी।

अब म्यू पी ए मुनासिब इक़दामात करने में नाकाम होगई है। मआशी सुधार के बाद मुल्क आगे बढ़ रहा है। हम दुसरे इस्लाहात शुरू करने में नाकाम रहे हैं ताके मआशी इस्लाहात को आगे बढ़ाया जा सके।

उन्होंने कहा कि इंसिदाद करप्शन इंतिख़ाबी सुधार सयासी सुधार क़ानूनी सुधार मआशी सुधार और इंतिज़ामी सुधार एसे मसाइल हैं जिन पर तवज्जे की ज़रूरत है।

वस्त मुद्दती चुनाव के इमकानात से मुताल्लिक़ सवाल पर नायडू ने कहा कि ये कयास आराई है। क़बल अज़ वक़्त चुनाव की बातें ज्योतिष अंदाज़ है। ये कांग्रेस के हाथ में है और उस की ग़लत कार्यों पर डिपेंड‌ है। ये सिर्फ़ एक कयास है और हर कोई अपने अंदाज़ में चुनाव के ताल्लुक़ से बात कर रहा है।