राहुल कांग्रेस के निहायत अहम लीडर: ख़ूर्शीद

राहुल गांधी और कांग्रेस के ताल्लुक़ ( संबंध)से अपने मुबय्यना तब्सिरों पर जिन से एक सयासी तूफ़ान खड़ा हो गया, पैदा शूदा तनाज़ा ( झगड़ा) के दरमियान वज़ीर क़ानून सलमान ख़ूर्शीद ने आज कहा कि राहुल पार्टी के निहायत अहम लीडर हैं। ये पूछने पर कि आया वो सियासत में राहुल के अज़ीम तर रोल का ऐलान करना चाहेंगे , ख़ूर्शीद ने कहा कि वो पार्टी के किसी भी लीडर की तरफ़ से बात करने के मिजाज़ में नहीं हैं।

ख़ूर्शीद ने मुबय्यना ( कथित) तौर पर ऐसे तब्सिरे किए थे कि अवाम ने राहुल गांधी के नज़रियात के सिर्फ झलकें देखी हैं और कांग्रेस को दरपेश मसाइल (समस्यायें) की जड़ दरअसल पार्टी जनरल सेक्रेटरी की तरफ़ से नज़रयाती सिम्त का फ़ुक़दान ( कमी) है।

इन तब्सिरों ने एक सयासी तनाज़ा ( झगड़ा) छेड़ दिया । ख़ूर्शीद ने ताहम ( यद्वपि) वज़ाहत की कि एक अख़बार में शाय ( प्रकाशित) उन के रिमार्कस को ग़लत तौर पर पेश किया गया और उन का ग़लत मफ़हूम ( उद्देश्य/ भाव) निकालते हुए उसे मनफ़ी (नष्ट किया हुआ ) रंग दिया गया है ।

उन्होंने यहां मर्कज़ी वज़ीर दाख़िला ( केंद्रीय गृह म‍ंत्री) पी चिदम़्बरम की मौजूदगी में अख़बारी नुमाइंदों ( पत्रकारो) को बताया में पार्टी मसाइल के ताल्लुक़ से लब कुशाई करने का मजाज़ ( लक्षण) है । हाँ , राहुल पार्टी के निहायत अहम लीडर हैं। ख़ूर्शीद और चिदम़्बरम दोनों यहां जी ओ एम के हिस्सा के तौर पर आए हैं ताकि यू पी ए हुकूमत के नुमायां को उजागर किया जा सके।