राहुल का नज़रिया भी राजीव गांधी के पंचायत राज बल की तरह नाकाम

नई दिल्ली २९ दिसम्बर: (पी टी आई) हैरतअंगेज़ शिकस्त के तौर पर राहुल गांधी का नज़रिया लोक सभा में नाकाम होगया। इन के वालिद राजीव गांधी के 22 साल क़बल के पंचायत राज बल की तरह लोक पाल बल को दस्तूरी मौक़िफ़ देने का नज़रिया नाकाम रहा।

बी जे पी के एक रुकन पार्लीमैंट ने ये निशानदेही करते हुए दावा किया कि हुकूमत के लिए आज का दिन लक्की नहीं है जबकि कभी वो लोक पाल बिल पेश करती है उसे नाकामी होती है और माज़ी में लोक सभा को तहलील भी किया जा चुका है। लोक सभा में लोक पाल को दस्तूरी मौक़िफ़ देने राहुल गांधी के नज़रिया को शिकस्त हो गई।

116 वीं दस्तूरी तरमीम को कल रात पुरअज़म अपोज़ीशन ने नाकाम बना दिया। इस के लिए हुकूमत की ताईद करने वाले पार्टी अरकान की ग़ैर हाज़िरी भी ज़िम्मेदार है और बी एस पी, समाजवादी पार्टी और आर जे डी अरकान के ऐवान का वाक आउट किया था।

राज्य सभा में भी 1989 के मुनाज़िर का इआदा हो रहा था जब अपोज़ीशन ने पंचायत राज इदारों को दस्तूरी मौक़िफ़ देने वाले तरमीमी बिल को शिकस्त दी थी इस के फ़ौरी बाद आँजहानी वज़ीर-ए-आज़म ने लोक सभा तहलील करदी थी और इंतिख़ाबात का मुक़ाबला किया था जिस में कांग्रेस को शिकस्त हुई थी लेकिन 1991-ए-में जब कांग्रेस दुबारा इक़तिदार पर आई तो इस पंचायत राज इदारों को दस्तूरी मौक़िफ़ देने के बल को मंज़ूरी दी गई।