राजकोटः गुजरात के ऊना में दलित पीड़ितों से मिलने गए राहुल गांधी की सुरक्षा से खिलवाड़ का मामला सामने आया है। दरअसल, अस्पताल में राहुल ने जिस महिला को गले लगाकर मदद का भरोसा दिया था, वह खुद को एक पीड़ित की मां बता रही थी। लेकिन असल में खुलासा हुआ है कि 65 साल की यह महिला न तो किसी पीड़ित की मां है और न ही रिश्तेदार। वह ताे दलित समाज से भी नहीं है। पीड़ितों ने जब अखबार में महिला का फोटो देखा तो चौंक गए, जिसके बाद इस बात का खुलासा हुअा।
पीड़ित वेशराम सरवैया ने बताया, अखबार में रमा मूछड़िया की राहुल के साथ फोटो देख कर हमें आश्चर्य हुआ। वेशराम ने कहा, वॉर्ड में इलाज करवा रहे किसी भी मरीज के साथ महिला के फैमिली रिलेशन नहीं हैं। मेरी झूठी मां बनकर वो राहुल से मिली, हम शर्मसार महसूस कर रहे हैं। वहीं, रमा का कहना है कि पीड़ित मेरे समाज के हैं, मैं 65 साल की हूं तो इस हिसाब से उनकी मां ही हुई न? मैं भी दलित समाज की हूं।