कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर का निलंबन तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है. पिछले साल गुजरात विधानसभा चुनाव के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सन्दर्भ में ‘नीच किस्म का आदमी’ वाली विवादित टिप्पणी करने की वजह से अय्यर को पार्टी से निलंबित कर दिया गया था.
कांग्रेस के संगठन महासचिव अशोक गहलोत की ओर से जारी बयान के मुताबिक पार्टी की केंद्रीय अनुशासन समिति की अनुशंसा पर राहुल गांधी ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अय्यर का निलंबन तत्काल प्रभाव से रद्द करने को मंजूरी प्रदान की.
दरअसल, अय्यर ने पिछले साल दिसंबर में गुजरात में चुनाव से चंद दिनों पहले प्रधानमंत्री के बारे में विवादित टिप्पणी की थी जिसे खुद मोदी और भाजपा ने चुनावी सभाओं में जोर-शोर से उठाया था. राहुल गांधी और पार्टी ने अय्यर की टिप्पणी को खारिज करते हुए उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया था.
मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा था कि मुझको लगता है कि यह आदमी बहुत नीच किस्म का आदमी है. इसमें कोई सभ्यता नहीं है. ऐसे मौके पर इस किस्म की गंदी राजनीति करने की क्या आवश्यकता है? बाद में मामले के तूल पकड़ने पर मणिशंकर ने कहा था कि मुझे ठीक से हिंदी नहीं आती. मैंने अंग्रेजी के लो शब्द का अनुवाद नीच में किया. अगर नीच शब्द का मतलब लो बोर्न (निम्न जाति में जन्म) है तो मैं इसके लिए माफी मांगता हूं.
इससे पहले भी कई मौकों पर अय्यर मोदी पर अभद्र टिप्पणी कर चुके हैं. 2014 चुनाव से ऐन पहले भी अय्यर ने मोदी को चायवाला कहकर बुलाया था जिसे चुनाव में कांग्रेस की हार की एक बड़ी वजह माना गया. कांग्रेस सम्मेलन स्थल पर उन्होंने कहा था कि मोदी पीएम बनने से रहे, वह चाहें तो इसके बाहर चाय की दुकान लगा सकते हैं. 2015 में अय्यर ने पाकिस्तान में एक इंटरव्यू में बीजेपी को हटाने और कांग्रेस को लाने की बात कही थी.