राह-ए-हक़ की क़ुर्बानियां ज़ाए नहीं होंगी

मौलाना अबदुस्समद अलामोदी रुकन मज्लिसे शूरा एस आई ओ आंध्र प्रदेश ने ओटकोर में फ़ैज़ अलहदा मैदान पर ख़िताब आम बउनवान शहादत इमाम हुसैन (RH) जलसे में कहा कि मुहर्रम-उल-हराम वो महीना है जिस में हक़ पर मबनी और तहफ़्फ़ुज़ शरीयत के लिए हज़रत इमाम हुसैन(RH) ने ज़ुलम के ख़िलाफ़ नबरदआज़मा होते हुए जाम शहादत नोश फ़रमाया।

मौलाना ने कहा कि हर मुसलमान पर अल्लाह और इस के रसूल (स०अ०व०) के साथ अपने वक़्त के अमीर की इताअत को भी फ़र्ज़ क़रार दिया गया।

प्रोफेसर अबदुलमजीद निज़ामी नाज़िम इलाक़ा जमाते इस्लामी जुनूबी तेलंगाना ने भी मुख़ातब किया।सदारती ख़िताब में मौलाना मुहम्मद इक़बाल हुसैन सदर हलक़ा एस आई ओ आंध्र प्रदेश-ओ-उड़ीसा ने कहा कि अल्लाह ताआला की राह में दी जाने वाली क़ुर्बानियां ज़ाए नहीं होंगी क्यूंकि अल्लाह ताआला किसी के अज्र-ओ-सवाब को ज़ाए नहीं करता।

शहि नशीन पर मुजाहिद सिद्दीक़ी नाज़िम ज़िला जमाते इस्लामी अरशद फ़ैसल रीजनल परीसीडनट एस आई ओ, बिरादर मुहम्मद महबूब पाशाह डिस्ट्रिक्ट आर्गेनाईज़र एस आई ओ, मुहम्मद काज़िम हुसैन अमीर मुक़ामी जमाते इस्लामी, अनवर बाग़ो अमीर मुक़ामी जमीअत अहलहदीस , इबराहीम मकथल सदर कमेटी फ़ैज़ अलहदा मुदर्रिसा मौजूद थे।

इस मौके पर मर्द-ओ-ख़वातीन ने कसीर तादाद में शिरकत की। हाफ़िज़ मुहम्मद फ़िरोज़ की क्लिरा॔ते कलाम पाक से जलसे का आग़ाज़ हुआ। मुहम्मद अशर्फ़ उल-हक़ मैंबर एस आई ओ ओटकोर ने इजलास की कार्रवाई चलाई।