हैदराबाद 13 मार्च: चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव ने कहा कि हुकूमत तेलंगाना में मुसलमानों और दर्ज फ़हरिस्त क़बाइल को रिजर्वेशन के फ़ीसद में इज़ाफे की तजवीज़ रखती है। इस सिलसिले में दोनों तबक़ात की तालीमी, समाजी और मआशी पसमांदगी का जायज़ा लेने के लिए अलाहिदा कमीशन क़ायम किए गए हैं।
असेंबली में वकफ़ा-ए-सवालात के दौरान तेलुगू देशम, बाएं बाज़ू और कांग्रेस अरकान एस वेंकट वीरया, एस राजिया, संपत कुमार, गीता रेड्डी, वमशी चंद रेड्डी, एन भास्कर राव, आर राम मोहन रेड्डी, के वेंकट रेड्डी, अजय कुमार, जी चन्ना रेड्डी और रवींद्र कुमार के सवाल पर चीफ़ मिनिस्टर ने तहरीरी जवाब में बताया कि हुकूमत ने दर्ज फ़हरिस्त क़बाईल के लिए कमीशन आफ़ इन्क्वारी 3मार्च 2015को क़ायम किया है ताकि दर्ज फ़हरिस्त क़बाइल की बढ़ती आबादी के तनाज़ुर में समाजी, मआशी पसमांदगी का जायज़ा लेते हुए हुकूमत को जामा रिपोर्ट पेश की जाये।
हुकूमत ने 3 मार्च 2015 को मुसलमानों की तालीमी, मआशी और समाजी सूरते हाल का जायज़ा लेते हुए रिजर्वेशन की सिफ़ारिश करने के लिए कमीशन आफ़ इन्क्वारी क़ायम किया है। चीफ़ मिनिस्टर ने बताया कि रिजर्वेशन के फ़ीसद का फ़ैसला मुनासिब वक़्त पर किया जाएगा और वो कमीशन आफ़ इन्क्वारी की रिपोर्ट की बुनियाद पर होगा।
उन्होंने कहा कि कमीशन आफ़ इन्क्वारी रिजर्वेशन की फ़राहमी के लिए दर्ज फ़हरिस्त अक़्वाम और मुसलमानों की सूरते हाल का जायज़ा ले रहा है और दोनों कमीशनों का काम तेज़ी से जारी है। उन्होंने बताया कि कमीशन आफ़ इन्क्वारी की मीयाद 31 मार्च 2016 को ख़त्म होगी और हुकूमत को रिपोर्ट का इंतेज़ार है।
वाज़िह रहे कि टीआरएस सरबराह के चन्द्रशेखर राव ने चुनाव मुहिम के दौरान मुसलमानों और दर्ज फ़हरिस्त क़बाइल को 12 फ़ीसद रिजर्वेशन की फ़राहमी का एलान किया था। मुसलमानों की पसमांदगी का जायज़ा लेने के लिए क़ायम करदा सुधीर कमीशन आफ़ इन्क्वारी को इबतेदाई छः माह तक बुनियादी सहूलतें फ़राहम नहीं की गईं और पहली तौसी के बाद कमीशन ने अपनी कारकर्दगी का बाक़ायदा आग़ाज़ किया है।
बताया जाता है कि 31 मार्च तक रिपोर्ट पेश करना कमीशन के लिए मुम्किन नहीं क्युं कि सरकारी मह्कमाजात से जो आदाद-ओ-शुमार तलब किए गए थे वो अभी तक कमीशन को हासिल नहीं हुए हैं।