रिजर्वेशन के लिए कांग्रेस हमेशा कोशां, मजलिसी क़ियादत मुख़ालिफ़

निज़ामबाद 17 मई: मुस्लिम रिजर्वेशन के हुसूल के लिए अवाम में शऊर बेदारी मुहिम के आग़ाज़ पर मुदीर सियासत ज़ाहिद अली ख़ान, न्यूज़ एडिटर आमिर अली ख़ान से एमएलसी क़ानुन साज़ कौंसिल के अप्पोज़ीशन लीडर मुहम्मद अली शब्बीर ने इज़हार-ए-तशक्कुर किया। निज़ामबाद नेशनल हाई स्कूल में न पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन ( पीपीटी) के ज़रीये रिजर्वेशन की एहमीयत और कांग्रेस की तरफ से फ़राहम करदा 4 फ़ीसद रिजर्वेशन से हासिल होने वाले फ़ायदे के बारे में वाक़िफ़ कराने के अलावा टीआरएस की तरफ से किए गए 12 फ़ीसद रिजर्वेशन के एलान और मजलिस की तरफ से की गई मुख़ालफ़तों के बारे में तफ़सीली तौर पर अवाम में शऊर बेदार करने की कामयाब कोशिश की।

निज़ामबाद ज़िला कांग्रेस के सदर ताहिर बिन हमदान की क़ियादत में मुनाक़िदा इस पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन में क़ानूनसाज़ कौंसिल की रुकन आकोला ललीता, साबिक़ रुकने पार्लियामेंट-ओ‍-कुल हिंद कांग्रेस के तर्जुमान मधु गौड़ याशिकी के अलावा दुसरें ने भी शिरकत की इस मौके पर शब्बीर अली ने कहा कि कांग्रेस पार्टी मुसलमानों को रिजर्वेशन की फ़राहमी के लिए इब्तेदा से ही कोशां है। पहली मर्तबा 1989 में असेंबली के लिए मुंतख़ब होते ही इस जद्द-ओ-जहद का आग़ाज़ किया था और तालीमी दैर से ही रिजर्वेशन के बारे में फ़िक्रमंद था।

1992 में जीओ 30 जारी किया गया और 25 अगस्त 1994 में पिटा स्वामी कमीशन का क़ियाम अमल में लाया गया कांग्रेस की हुकूमत 1994 में नहीं रही और तेलुगू देशम के 9 साला दौर में कमीशन की मयाद को 9 मर्तबा तौसी दी गई लेकिन कोई भी काम अंजाम नहीं दिया गया। 2004 में कांग्रेस की हुकूमत इक़तिदार में आते ही 56 दिन में 5 फ़ीसद रिजर्वेशन फ़राहम किए गए थे लेकिन इस पर भी मौजूदा हुकूमत के अटनरी जनरल रामा कृष्णा रेड्डी ने अदालत से रुजू होते हुए इस पर रोक लगादी थी जिस पर कांग्रेस ने दुबारा बी सी कमीशन के क़ियाम के ज़रीये 4 फ़ीसद रिजर्वेशन फ़राहम किया था और इस के ख़िलाफ़ भी अदालत में मौजूदा हुकूमत के अटनरी जनरल ने जद्द-ओ-जहद कर रहे हैं।

शब्बीर अली ने 4 फ़ीसद रिजर्वेशन की फ़राहमी से 10 लाख अफ़राद को तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में फ़ायदा हासिल हो रहा है और 14 तबक़ात बीसीई के तहत तालीमी शोबे में फ़ायदा हासिल कर रहे हैं जिसकी वजह से अब तक 10 लाख से ज़ाइद स्टूडेंट्स तालिबात को डॉक्टर्स, इंजीनियर्स के अलावा दुसरे तालीमी शोबों में फ़ायदा हासिल हुआहै।

शब्बीर अली ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के ज़रीये तमाम चीज़ों को वाक़िफ़ कराते हुए कई जी औज़ अदालत के फ़ैसलों की कापियों के अलावा तहफ़्फुज़ात की फ़राहमी के मौके पर मजलिस इत्तेहाद उलमुस्लिमीन की तरफ से की गई ख़िलाफ़वरज़ी की फ़िल्मबंदी को भी प्रोजेक्टर के ज़रीये अवाम को वाक़िफ़ करवाया। शब्बीर अली ने कहा कि मौजूदा हुकूमत शादनगर में चुनाव के मौके पर चन्द्र शेखर राव‌ ने चार माह में 12 फ़ीसद रिजर्वेशन फ़राहम करने के अलावा ओक़ाफ़ी जायदादों के तहफ़्फ़ुज़ के लिए इक़दामात करने पर वक़्फ़ बोर्ड को जोडीशरी मौकुफ़ फ़राहम करने का एलान किया था और इस की फ़िल्मबंदी को भी पेश किया और बताया कि दो साल का वक़फ़ा गुज़र गया लेकिन अभी तक इस ख़सूस में कोई इक़दाम नहीं किए गए और सुधीर कमेटी को रिजर्वेशन की फ़राहमी का कोई इख़तियार नहीं है इस के लिए कमीशन का क़ियाम नागुज़ीर है और तमिलनाडु तर्ज़ पर रिजर्वेशन फ़राहम करने का एलान किया गया था लेकिन तमिलनाडु में 9 वें शेडूल के तहत पेश करदा रिजर्वेशन पर भी सुप्रीमकोर्ट की तरफ से नोटिस जारी की गई है