नई दिल्लीः रिजर्व बैंक इंडिया ने आयकर विभाग और दूसरे एजेंसियों द्वारा बड़े पैमाने पर करेंसी जब्ती को देखते हुए बैंकों को नए नोटों का रिकॉर्ड रखने का निर्देश दिया है। रिजर्व बैंक ने सोमवार को बैंकों से कहा कि वे नए नोटों का रिकॉर्ड रखें।
केंद्रीय बैंक ने अपने बयान में कहा कि यह महसूस किया जा रहा है कि करेंसी चेस्ट द्वारा जारी इन बैंक नोटों का रिकॉर्ड रखने के लिए उचित प्रणाली होनी चाहिए। इसके मद्देनजर बैंकों को सलाह दी जाती है कि वे करेंसी चेस्ट के स्तर और शाखा स्तर पर ऊंचे मूल्य के नोटों का रिकॉर्ड रखें। रिजर्व बैंक ने ये भी निर्देश दिया है कि दिन के अंत में जारी किए गए नोटों के रिकॉर्ड पर संयुक्त कस्टोडियन और शाखा प्रबंधक द्वारा दस्तखत किए जाएं।
इससे पहले रविवार को वित्त मंत्रालय ने सभी प्राइवेट बैंकों को निर्देश दिया था कि वे 500 और 1000 के पुराने नोटों तथा दूसरे वैध मुद्राओं के बारिकी से हिसाब रखें। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने लिखित निर्देश देते हुए कहा था कि पुराने नोटों के बदले में नए नोटों का पूरा हिसाब रखा जाना चाहिए। कभी नोटों के प्रतिदिन का हिसाब रखा जाना चाहिए। गौरतलब है कि नोटबंदी के बाद से बड़े पैमाने पर नोट पकड़े जा रहे हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि किस बैंक इतने सारे करेंसी बैकों अदला-बदली हो रहे हैं।