दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर हुए इंतेखाबात के बाद 8 दिसंबर को वोटों की गिनती होनी है। इंतेखाबात के बाद एग्जिट पोल के नतीजे की माने तो दिल्ली में कांग्रेस इक्तेदार की रेस में पिछड़ती हुई दिख रही है। वहीं दूसरी ओर दिल्ली की वज़ीर ए आला शीला दीक्षित एग्जिट पोल के नतीजे को न मानते हुए अपनी जीत का दावा ठोक रही हैं। वे हार से पहले हार मानने को कतई तैयार नहीं।
एक सवाल के जवाब में शीला दीक्षित ने कहा है कि इलेक्शन के नतीजे के बाद अरविंद केजरीवाल तो गायब ही हो जाएंगे। उन्होंने केजरीवाल की पार्टी को अभी से भाव देना मुनासिब नहीं समझा है। ये तो खैर वक्त ही बताएगा। हालांकि एग्जिट पोल की माने तो ‘आप’ को भी इस बार कुछ सीटें मिलती दिख रही हैं।
वहीं सभी सियासी हलकों में भी यह तय माना जा रहा है कि केजरीवाल की पार्टी सीधे-सीधे चाहे इक्तेदार तक ना पहुंचे, पर उसके हाथ में इस बार इक्तेदार की कुंजी आ सकती है।