सदारती ओहदा के लिए यू पी ए उम्मीदवार परनब मुकर्जी की मुख़ालिफ़त (विरोध) में शिद्दत पैदा करते हुए उन के हरीफ़ ( प्रतिद्वंद्वी) उम्मीदवार पी ए संगमा ने कांग्रेस क़ाइद ( लीडर) की उम्मीदवारी पर अपने एतराज़ को मुस्तर्द करने से मुताल्लिक़ रिटर्निंग आफीसर के तफ़सीली हुक्म की नक़ल फ़राहम करने का मुतालिबा किया है।
अपोज़ीशन (विपक्ष) के ताईदी उम्मीदवार के इस मुतालिबा के दरमयान असल अपोज़ीशन जमात (विपक्ष पार्टी) बी जे पी ने परनब मुकर्जी के ख़िलाफ़ इंतिख़ाबी उज़्रदारी दायर करने की धमकी दी है। इससे एक दिन क़बल बी जे पी ने इंडिया स्टैटीकल इंस्टीटियूट (Indian Statistical Institute (ISI) से इस्तीफ़े के लिए मिस्टर मुकर्जी के मकतूब को जाली क़रार दिया था।
इस दौरान मिस्टर संगमा ने अपोज़ीशन लीडर ( विपक्ष के नेता) सुषमा स्वराज से उन की रिहायश गाह पर तक़रीबन 2 घंटे तक मुलाक़ात की ताकि इस मसला पर लायेहा-ए-अमल के बारे में मज़ीद ( और भी) बातचीत की जा सके। मिस्टर संगमा के वकील और बी जे पी के शोबा क़ानून के सरबराह सत्य पाल जैन ने इंतिख़ाबी उज़्रदारी दायर करने के इम्कानात ( संभावनाओं) का इशारा दिया।
वज़ीर-ए-दाख़िला पी चिदम़्बरम ने इंडियन स्टैटिकल इंस्टीटियूट (आई एस आई) से मिस्टर मुकर्जी के इस्तीफ़े के लिए पेश करदा मकतूब को बी जे पी की तरफ़ से जाली क़रार दिए जाने की सख़्त मुज़म्मत की और कहा कि इस से बी जे पी के नापाक इरादों का इज़हार होता है। मिस्टर चिदम़्बरम ने कहा कि मिस्टर मुकर्जी यक़ीनन अपने ख़िलाफ़ आइद कर्दा इल्ज़ामात का नोट लेंगे।
इस दौरान आई एस आई के सदर एम जी के मेनन ने मिस्टर मुकर्जी की तरफ़ से तहरीर कर्दा मकतूब इस्तीफ़ा पर कहा कि वो जायज़ तौर पर काबिल ए कुबूल नहीं है।
बी जे पी के इल्ज़ामात पर रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए मुकर्जी ने सवाल किया कि क्या वो ख़ुद अपने दस्तख़त जाली कर सकते हैं । इस मसला पर रिटर्निंग ऑफीसर के दफ़्तर में बहस हो चुकी है और वो इस का जवाब भी दे चुके हैं । वो त्रिवंतपुरम में प्रेस कान्फ्रेंस से ख़िताब ( संबोधन) कर रहे थे ।