रिटायर्ड आईएएस का बेटा फर्जी आईपीएस बन कर लोगों को ठगी का शिकार बनाता था। उसने अपने साथ पूरी टीम बना रखी थी। फर्जी आईपीएस बन कर लाखों ऐंठने वाला अखिलेंद्र किशोर रिटायर्ड आईएएस रामनारायण किशोर का बेटा है। पुलिस ने फर्जी आईपीएस अखिलेंद्र किशोर, डीएसपी प्रवीण सिंह, दारोगा दीपक कुमारसमेत एक खातून को गिरफ्तार कर लिया। इनकी निशानदेही पर अगमकुआं, हाउसिंग कॉलोनी वाकेय ठिकाने पर छापेमारी कर आईपीएस की फर्जी टोपी, वर्दी, बेल्ट, पुलिस की वर्दी, दो लैपटॉप, अगमकुआं थाने का मोहर, 6 मोबाइल और एक मारुति पुलिस ने जब्त की है।
गिरोह के दीगर मेंबरों की तलाश जारी है, जिसमें कई खातून शामिल हैं। गिरोह गुजिशताएक साल से दारुल हुकूमत में सरगर्म था और कई अमीरों को अपना शिकार बना चुका था। एसएसपी के पास ऐसी चार-पांच शिकायतें अवामी दरबार में आ चुकी थीं। इसके बाद इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस कोशिश में लगी थी।
गिरोह की मेम्बर रश्मि ने कादिरगंज के लालबाग वाकेय राइस मिल के मालिक कुमार शांतनु को फोन कर उससे नजदीकी बढ़ाई थी। इसके बाद उसने शांतनु को अगमकुआं थाना के भागवत नगर वाकेय ऑफिस में बुलाया था। शांतनु और लड़की वहां मौजूद थे। इसी दरमियान अखिलेंद्र समेत तमाम वर्दी में पहुंच गए।
सेक्स रैकेट चलाने का इल्ज़ाम लगा कर गिरफ्तारी की अमल की जाने लगी। इसदरमियान फर्जी दारोगा दीपक ने उसके सामने पेशकश की कि अगर 10 लाख रुपए देता है तो उसे छोड़ दिया जाएगा। 5 लाख रुपए में बात तय हो गई। इतने रुपयों के लिए राइस मिल जाने की बात शांतनु ने की। अखिलेंद्र और दीपक शांतनु को लेकर कादिरगंज के लिए रवाना हुए। इस दौरान रास्ते से शांतनु ने पुलिस को वाकिया की जानकारी दे दी। जहां, दोनों को हिरासत में ले लिया। निशानदेही पर बाकियों की गिरफ्तारी हुई।