सरकार के चार साल पुरे होने के बाद तारीफों और निंदा की बयार आयी हुई है इस क्रम में मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और दिग्गज नेता दिग्विजय ने कहा कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि जब उत्तर पुस्तिका कोरी है, तो क्या नंबर दूंगा।
यही नहीं अरुण शौरी, यशवंत सिन्हा, प्रवीण तोगड़िया से पूछ लीजिए, जिन लोगों ने मोदी को कुर्सी पर बिठाया, वही इस सरकार से संतुष्ट नहीं है। जनता के साथ बीजेपी और मोदी ने सबके साथ विश्वासघात किया है। बीजेपी के चुनाव जीतने के सवाल पर दिग्विजय ने कहा कि राज्य और केंद्र के चुनाव की परिस्थितियों में अंतर होता है।
बीजेपी नेता ने कर्नाटक का उदाहरण दिया है, लेकिन वे गोवा का उदाहरण भूल जाते हैं। जब बीजेपी गोवा में 13 पर सिमट गई। कांग्रेस नेता ने कहा कि सिर्फ गोवा ही नहीं, मणिपुर और गोवा में भी उन्होंने जनादेश को ठेंगा दिखाया।
मोदी के खिलाफ विपक्ष के एकजुट होने के सवाल पर दिग्विजय ने कहा कि एनडीए में जितनी पार्टियों की संख्या है, उससे कम विपक्ष के साथ हैं। हमारी लड़ाई बीजेपी और संघ की विचारधारा से है।
इस देश की ताकत इसकी विविधता है। मोदी के शासन में हिंदू और मुसलमानों के बीच ध्रुवीकरण हुआ है। इसके बाद दलित और सवर्णों को लड़ा दिया। 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान मध्य प्रदेश में बीजेपी और आरएसएस के लोगों ने दलितों को गोलियों से मारा है।
दिग्विजय ने कहा कि गुजरात में आज तक लोकपाल का गठन नहीं हुआ। आज दलालों की जरूरत नहीं है, ये खुद ही भ्रष्टाचार कर रहे हैं। सिंगल टेंडर पर जोजिला बाइपास के लिए साढ़े दस हजार करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है। फिर मैंने पत्र लिखा और कॉन्ट्रैक्ट कैंसिल हुआ। राफेल डील पर चर्चा करा लीजिए। सब साफ हो जाएगा।