रिपोर्ट में खुलासा : मुस्लिम बच्चों की तादाद में निकट भविष्य में इज़ाफ़ा होगा

प्यू रिसर्च सेंटर के अध्ययन के अनुसार अगले दो दशक के अंदर दुनिया भर में मुस्लिम महिलाओं से पैदा होने वाले बच्चों की संख्या नवजात ईसाई शिशुओं से ज्यादा बढने की संभावना है। इस तरह 2075 तक इस्लाम दुनिया का सबसे बड़ा धर्म बन जाएगा।

 

 

 

 

वर्ष 2015 के उपरांत ईसाई और मुस्लिम महिलाओंं की संख्या लगातार बढ़ रही है। मुस्लिम शिशुओं की संख्या इतनी तेजी से बढ सकती है कि वर्ष 2035 तक उनकी संख्या ईसाई नवजात शिशुओं से भी आगे निकल जाएगी। रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में किसी भी धर्म की तुलना में मुसलमानों के सबसे अधिक बच्चे हो सकते हैं।

 

 

 

 

 

हालांकि मुसलमानों में 225 मिलियन बच्चों का जन्म और ईसाइयों में 224 मिलियन बच्चे दुनिया को बदल सकते हैं। मुसलमानों और ईसाइयों के बीच किसी भी अन्य धर्म की तुलना में औसतन ज्यादा बच्चे हैं।

 

 

 

 

45 साल की अवधि में दुनिया की आबादी में 31 प्रतिशत ईसाई आबादी स्थिर रहने की जबकि मुस्लिम आबादी को 24 प्रतिशत से एक ही स्तर तक बढ़ने की बात कही गई है। वर्ष 2010-15 के दौरान ईसाई महिलाओं ने 22.3 करोड़ शिशुओं को जन्म दिया जो मुस्लिम महिलाओं से जन्में शिशुओं की अपेक्षा करीब एक करोड़ अधिक है।