रिम्स के गोवेर्निंग बॉडी की बैठक के बाद पीर को सेहत वज़ीर राजेंद्र प्रसाद सिंह के जाने के बाद रिम्स के इमरजेंसी गेट पर गार्ड और बरियातू के पिंटू यादव के दरमियान मारपीट हुई। गार्ड से मारपीट होता देख जूनियर डॉक्टर पहुंचे और पिंटू यादव की पिटाई कर दी। इस दौरान बीच बचाव करने आये सूरज यादव को भी उन लोगों ने पीटा। दोनों की हालत संगीन है।
दोनों को संगीन हालत में रिम्स के इमरजेंसी में भरती कराया गया। देर रात तक जूनियर डॉक्टर उन्हें निकलने नहीं दे रहे थे। इसी दौरान एक अंग्रेजी अखबार के सहाफ़ि दीपक महतो वहां पहुंचे, तो जूनियर डॉक्टरों ने मार पीट कर उनका सिर फोड़ दिया। सहाफ़ि को पुलिस की गाड़ी से इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। मारपीट की इत्तिला मिलने पर बरियातू थाना इंचार्ज विनोद कुमार पहुंचे, तो जूनियर डॉक्टरों ने उनके साथ भी धक्का मुक्की की। पूरी वाकिया रिम्स डाइरेक्टर डॉ एसके चौधरी के सामने हुई। देर रात तक रिम्स डाइरेक्टर, पुलिस अफसर और जूनियर डॉक्टरों के साथ बातचीत चल रही थी, लेकिन कोई फैसला नहीं निकल पाया था।
जूनियर डॉक्टर केस की कॉपी मांग रहे थे
जानकारी के मुताबिक जूनियर डॉक्टर इतवार को खातून सहाफ़ि के साथ हुई मारपीट के बाद हुई सनाह की कॉपी की मांग कर रहे थे। इसी बात को लेकर जूनियर डॉक्टर गोलबंद हुए थे। रिम्स डाइरेक्टर वज़ीर के एक मरीज को कॉटेज से देख कर लौटे थे। जूनियर डॉक्टर रिम्स डाइरेक्टर से बार-बार सनाह की कॉपी लेने जाने की बात कह रहे थे। डाइरेक्टर उनके साथ बरियातू थाना भी गये, लेकिन थाना इंचार्ज नहीं थे। जिसकी वजह वह वापस चले आये। इतने में गार्ड के साथ मारपीट की वाकिया हो गयी। जूनियर डॉक्टरों ने सारा गुस्सा पिंटू यादव और सूरज यादव पर उतार दिया। दोनों की हालत संजीदा बनी हुई है।
छावनी में तब्दील हुआ रिम्स अहाता
वाकिया की इत्तिला मिलते ही सिटी एसपी अनूप बिरथरे पहुंचे। उसके साबिक़ कई थाना इंचार्ज, इंस्पेक्टर, सदर डीएसपी सत्यवीर सिंह भी पहुंचे। वाकिया की हालत देख कर बज्र वाहन और काफी तादाद में जवानों को भी बुला लिया गया था। पूरा रिम्स छावनी में तब्दील हो गया था।