हैदराबाद 28 अगस्त: तक़सीम रियासत के एक साल के बाद दोनों रियासतों में रियल स्टेट मार्किट में बेहतरी आई है और स्टेंपस-ओ-रजिस्ट्रेशन महिकमा के मालकीह में भी ज़बरदस्त इज़ाफ़ा हो गया है।
तेलंगाना रियासत में हालात क़दरे बेहतर हुए हैं जबकि यहां अलाहिदा रियासत के लिए एहतेजाज के दौरान सियासी ग़ैर यक़ीनी कैफ़ीयत की वजह से रियल स्टेट का शोबा ठप हो गया है।
तेलंगाना रियासत की तशकील के बाद हालात में बेहतरी पैदा हुई है और ब्रांड हैदराबाद का असर बरक़रार है। ताहम हैरत-अंगेज़ तौर पर आंध्र प्रदेश रियासत इस मुआमले में तेलंगाना से बहुत आगे निकल गई है।
आंध्र प्रदेश रियासत में बेतरह मसाइल हैं जहां मआशी बोहरान है इस का अपना कोई दारुल हुकूमत नहीं है यहां इंफ्रास्ट्रक्चर का फ़ुक़दान है जबकि हैदराबाद में बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर है और यहां जायदाद की एहमीयत भी बहुत है इस के बावजूद जितनी जायदादों और आराज़ीयात की रजिस्ट्रेशन आंध्र प्रदेश में हुई है वो तेलंगाना से कहीं ज़्यादा है।
आंध्र प्रदेश में रियल स्टेट मार्किट तेलंगाना की रियल स्टेट मार्किट से बहुत आगे दिखाई दे रही है। आंध्र प्रदेश में जुमला 1,239.29 करोड़ रुपये का मालिया हासिल हुआ है जबकि जुलाई 2015 तक के लिए ये निशाना 1,172 करोड़ रुपये मुक़र्रर किया गया था।